पाकिस्तान में तीन और नाबालिग हिंदू लड़कियों का अपहरण, भारत ने जताया कड़ा विरोध
भारत के विदेश मंत्रालय ने इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए कड़ा विरोध जताया है और पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात वरिष्ठ राजनयिक को तलब किया।
नई दिल्ली, एजेंसियां। नापाक पड़ोसी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक बार फिर वहां अल्पसंख्यक हिंदू समाज को निशाना बनाया गया है। सिंध प्रांत में दो दिनों के अंतराल में तीन और नाबालिग हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लिया गया। परिजनों की तमाम गुहार के बावजूद अब तक पीड़िताओं का पता नहीं चल पाया है। उधर, विदेश मंत्रालय ने इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए कड़ा विरोध जताया है और पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात वरिष्ठ राजनयिक को तलब किया।
अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार की ये घटनाएं अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बार-बार मानवाधिकार की दुहाई देने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के झूठ को उजागर करती हैं। इस्लामाबाद के सूत्रों ने बताया कि 14-15 जनवरी के बीच पाकिस्तान में तीन और नाबालिग हिंदू लड़कियों का अपहरण कर लिया गया। सिंध प्रांत के उमर गांव निवासी अल्पसंख्यक हिंदू समाज की नाबालिग शांति मेघवाड और समरी मेघवाड का 14 जनवरी को अपहरण कर लिया गया। इसके अगले ही दिन जकोबाबाद जिले से नाबालिग महक का अपहरण कर लिया गया।
सूत्र बताते हैं कि अल्पसंख्यक लड़कियों के साथ अत्याचार की भारत की तरफ से कड़ी निंदा की गई है। भारत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए अपहृत लड़कियों को तत्काल मुक्त कराने के लिए कहा है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामले लगातार सामने आते रहते हैं। गत वर्ष दिसंबर में ईसाई समाज की नाबालिग लड़की का जबरन धर्म परिर्वतन व शादी करा दी गई। नवंबर में ही सिंध प्रांत से दो नाबालिग ¨हदू बहनों का अपहरण करके उन्हें जबरन इस्लाम कुबूल करवाया गया था। बाद में उनसे शादी करा दी गई। सितंबर में दो सिख लड़कियों के अपहरण के बाद जबरन उनकी शादी करा दी गई थी।