UN में घिरा पाक, भारत बोला- आतंकरूपी 'दानव' अपने ही जन्मदाता को खा रहा है
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने पाकिस्तान को एक बार फिर लताड़ लगाई है।
जिनेवा/नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि ने कहा कि भारत के खिलाफ आतंकवादी समूह तैयार करने का खामियाजा अब पाकिस्तान को खुद ही भुगतना पड़ रहा है और आतंकवाद का यह ‘दानव’ अपने जन्मदाता को ही खा रहा है।
बुधवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 34वें सत्र को संबोधित करते हुए भारत के स्थायी प्रतिनिधि अजित कुमार ने कहा कि पाकिस्तान ने हमारे खिलाफ आतंकी संगठनों को खड़ा किया था। अब यह उसी को तहस-नहस करने में लगा हुआ है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए भी पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया।
उन्होंने मानवाधिकार के मामलों में पाकिस्तान के चौथे स्थान पर होने का भी मजाक उड़ाया। कुमार ने कहा, "यह विडंबना है कि जो देश आतंकवाद का वैश्विक केंद्र है, मानवाधिकार के मामलों में वह चौथे नंबर पर है।" उन्होंने जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ और सीमापार आतंकवाद को बढ़ावा देकर, हिंसा उकसाकर एवं उसका महिमामंडन करके हालात को अस्थिर करने के लिए पाकिस्तान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और वहां के हालात देश का आंतरिक मामला हैं।
भारतीय राजदूत अजीत कुमार ने कहा कि भारत इसका उल्लेख करना चाहेगा कि पाकिस्तान की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का हवाला दिया जाना ‘पूरी तरह से गुमराह करने वाला है क्योंकि पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर सूबे के हिस्सों को खाली करना जरूरी था क्योंकि इस पर उसका अवैध और जबरन कब्जा था।
कुमार ने कहा कि ठोस और परिपक्व भारतीय लोकतंत्र ने एक बार साबित किया है कि किसी भी आंतरिक परेशानी का निवारण करने के लिए उसके पास मजबूत एवं उचित व्यवस्थाएं हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अरब डॉलर के पैकेज का एलान किया है जिस पर तेजी से काम हो रहा है।