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दूसरे मोर्चों पर भी टकराव खत्म करेंगे भारत-चीन, कमांडर स्तर की वार्ता में जानें किन किन मुद्दों पर हुई बात

भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच 16 घंटे चली बैठक में भारत ने साफ कर दिया कि एलएसी पर सामान्य स्थिति की बहाली के लिए हॉट स्प्रिंग गोगरा और डेपसांग के इलाकों से चीनी सैनिकों को पीछे हटाना अनिवार्य है। जानें भारत ने और क्‍या कहा...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 09:15 PM (IST)Updated: Mon, 22 Feb 2021 07:05 AM (IST)
दूसरे मोर्चों पर भी टकराव खत्म करेंगे भारत-चीन, कमांडर स्तर की वार्ता में जानें किन किन मुद्दों पर हुई बात
भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच 16 घंटे चली बैठक में गहन बातचीत हुई।

संजय मिश्र, नई दिल्ली। भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच 16 घंटे चली बैठक में सैन्य गतिरोध खत्म करने को लेकर गहन बातचीत हुई। कोर कमांडर स्तर की 10वें दौर की मैराथन वार्ता के दौरान भारत और चीन दोनों ने एलएसी के दूसरे अग्रिम मोर्चो से टकराव खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ने पर सहमति जताई है। वार्ता को लेकर रविवार को जारी संयुक्त बयान में साफ कहा गया है कि भारत और चीन के शीर्ष नेतृत्व के बीच लगातार हुए संवाद में बनी सहमति के अनुरूप सीमा पर स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए गतिरोध के बचे हुए मुद्दों का समाधान निकाला जाएगा।

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स्वीकार्य हल निकालने पर जोर

इसमें सीमावर्ती इलाकों में शांति और स्थायित्व के लिए दोनों पक्षों को स्वीकार्य हल निकालने पर जोर देने की बात भी कही गई है। वैसे भारत ने इस बैठक में चीन को साफ कर दिया कि सैन्य तनातनी खत्म कर एलएसी पर सामान्य स्थिति की बहाली के लिए हॉट स्पि्रंग, गोगरा और डेपसांग के इलाकों से सैनिकों को पीछे हटाना अनिवार्य है। चुशूल-मोल्डो सेक्टर में शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुई बैठक रात दो बजे तक चली।

जारी किया संयुक्त बयान 

वार्ता रचनात्मक रही। इसीलिए दोनों पक्षों ने वार्ता के सार्थक दिशा में आगे बढ़ने को लेकर संयुक्त बयान जारी किया। संयुक्त बयान में कहा गया है कि पैंगोंग इलाके से सहज तरीके से सैनिकों को पीछे हटाए जाने की पूरी की गई प्रक्रिया गतिरोध के बाकी बचे हुए मसलों का समाधान निकालने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

अन्य बिंदुओं पर भी खत्‍म हो गतिरोध 

एलएसी पर पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से अपने-अपने सैनिकों को पीछे हटाने के समझौते पर अमल करने के बाद भारत और चीन टकराव के अन्य बिंदुओं पर गतिरोध खत्म करना चाहते हैं। पैंगोंग इलाके से सैनिकों की वापसी के 48 घंटे के भीतर वार्ता की टेबल पर आना और फिर 10वें दौर की वार्ता के बाद संयुक्त बयान जारी कर गतिरोध हल करने के लिए सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ने की बात इसका प्रमाण है।

सुलह की कवायद 

1- 16 घंटे की वार्ता के दौरान भारत ने उठाया अन्य इलाकों में अतिक्रमण का मुद्दा

2- सीमा पर स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए बाकी मुद्दों का समाधान निकालने पर सहमति

3- शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुई बैठक रात दो बजे तक चली

4- सीमावर्ती इलाकों में शांति और स्थायित्व के लिए दोनों पक्षों को स्वीकार्य हल निकालने पर जोर

इन मुद्दों पर चर्चा 

1- पैंगोंग इलाके से सैनिकों की वापसी से लेकर वहां बनाए गए अस्थायी निर्माणों को ध्वस्त करने की भी समीक्षा की गई।

2- दोनों पक्षों का कहना है कि पैंगोंग इलाके में सैनिकों की वापसी दूसरे इलाकों से गतिरोध के हल का अच्छा आधार बनेगी।

3- दोनों सैन्य कमांडरों ने अन्य इलाकों से टकराव खत्म करने को लेकर गहन और बेबाक चर्चा की।

डेपसांग, हॉट स्प्रिंग से भी हटे चीन 

सूत्रों के मुताबिक कमांडर वार्ता के दौरान भारत का नेतृत्व कर रहे सेना की 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने चीन को स्पष्ट कर दिया कि एलएसी पर सामान्य स्थिति की बहाली और शांति के लिए डेपसांग, हॉट स्प्रिंग और गोगरा इलाकों में हुए सैन्य अतिक्रमण को खत्म करना जरूरी है। चीनी सैनिकों को इन इलाकों से पीछे हटना होगा।

जारी रहेगी भारतीय सैनिकों की पेट्रोलिंग 

डेपसांग इलाके में भी भारतीय सैनिकों की पेट्रोलिंग में बाधा डालने की चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की हरकतें बंद करनी होगी। 10वें दौर की वार्ता में दोनों देशों के सकारात्मक रुख को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि अगले चरण में हॉट स्प्रिंग और गोगरा इलाकों से सैनिकों को पीछे हटाने का एलान संभव है। इसके बाद डेपसांग के हल का भी रास्ता निकाला जाएगा।


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