भारत और रूस के बीच 2+2 डायलाग से पहले विदेश मंत्री सर्गेइ लवरोफ नई दिल्ली पहुंचे
रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लवरोफ विदेश और रक्षा मंत्रियों के स्तर पर 2+2 संवाद बैठक से पहले रविवार को नई दिल्ली पहुंचे। इस वार्ता के एजेंडे में भारत और रूस के बीच पारस्परिक हित के राजनीतिक और रक्षा मुद्दे शामिल होंगे।
नई दिल्ली, एएनआइ। रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लवरोफ विदेश और रक्षा मंत्रियों के स्तर पर 2+2 संवाद बैठक से पहले रविवार को नई दिल्ली पहुंचे। इस वार्ता के एजेंडे में भारत और रूस के बीच पारस्परिक हित के राजनीतिक और रक्षा मुद्दे शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि बातचीत का एजेंडा आपसी हित के राजनीतिक और रक्षा मुद्दों पर होगा। टू प्लस टू डायलाग के इस नए तंत्र की स्थापना से दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की उम्मीद है।
बता दें कि आज 21वां वार्षिक भारत-रूस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक करेंगे। नवंबर 2019 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर बैठक के बाद यह पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच पहली आमने-सामने की बैठक होगी। पुतिन आज भारत पहुंचेंगे। इस दौरान दोनों मौजूदा स्थिति की समीक्षा करेंगे। साथ ही दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा करेंगे।
Russian Foreign Affairs Minister Sergey Lavrov arrives at Delhi Palam airport
He will meet External Affairs Minister Dr. S Jaishankar and take part in the 2+2 Ministerial Dialogue between India and Russia pic.twitter.com/oMpQCbIAuV— ANI (@ANI) December 5, 2021
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा किदोनों देशों के बीच पहली बार 2+2 डायलाग विदेश और रक्षा मंत्रियों के स्तर पर होगी। दोनों मंत्रियों से इस प्रारूप के तहत द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक और रक्षा मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि दिन (6 दिसंबर) की शुरुआत रक्षा मंत्री और उनके रूसी समकक्ष, सर्गेई शोयगु की बैठक साथ होगी।
रूसी दूतावास ने शुक्रवार को एक बयान में कहा था कि मंत्रियों के बीच एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और अफगानिस्तान और सीरिया के विकास के साथ-साथ एससीओ और रूस, भारत और चीन के भीतर बातचीत पर विचारों का आदान-प्रदान करने सहित प्रमुख क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विषयों पर गहन चर्चा करने की उम्मीद है।