भारत ने ओआईसी बैठक में कश्मीर मुद्दे पर चर्चा को सिरे से किया खारिज
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में मानवाधिकार की स्थिति पर बहस के दौरान कश्मीर का मामला उठा गया था।
न्यूयॉर्क, एएनआइ। भारत ने इस्लामी सहयोग संगठन (आइओसी) की बैठक में हुई कश्मीर मुद्दे पर चर्चा को सिरे से खारिज कर दिया। कश्मीर को आंतरिक मामला बताते हुए भारत ने इसमें आइओसी के हस्तक्षेप पर अपसोस जताया है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद, जेनेवा में दुनियाभर में मानवाधिकार की स्थिति पर बहस के दौरान कश्मीर का मामला उठा था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एवं संयुक्त सचिव रवीश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, 'देखिए, जहां तक आइओसी की चिंता है, हम बार-बार इस बात को कह चुके हैं कि कश्मीर हमारा आतंरिक मामला है। लेकिन अफसोस आइओसी में एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को उठाया गया। हम आइओसी की बैठक में रखे गए संदर्भों को खारिज करते हैं, क्योंकि यह हमारा बेहद आतंरिक मामला है। हम पहले भी आइओसी को यह साफ कर चुके हैं कि भारत के आतंरिक मामलों में वह हस्तक्षेप न करें। ऐसे मंच पर भारत जैसे बहुसांस्कृतिक देश के किसी मुद्दे को उठाने को कोई औचित्य नहीं है।'
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में मानवाधिकार की स्थिति पर बहस के दौरान कश्मीर का मामला उठा गया था। उच्चायुक्त की रिपोर्ट पर चर्चा के दौरान इस्लामी सहयोग संगठन की ओर से पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि फारुख अमील को बोलने का मौका मिला। उन्होंने रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार की स्थिति बहुत गंभीर है। इससे साफ है कि मानवाधिकार परिषद को राज्य में उपयुक्त कदम उठाने की जरूरत है। अमील ने राज्य में मानवाधिकार उल्लंघन की जांच करने के लिए आयोग गठित करने की भी मांग की। लेकिन, एक भी देश ने न तो पाकिस्तान और न ही कश्मीर रिपोर्ट का समर्थन किया। उलटे कई देशों ने रिपोर्ट पेश करने के समय और इसके तथ्यों पर सवाल खड़े किए।