नई दिल्ली, एएनआइ। कोविड संक्रमण के फिर से बढ़ने की आशंकाओं के बीच भारत ने इससे निपटने के लिए एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कोविड-19 प्रबंधन की तैयारी के लिए दवा उत्पादन कंपनियों से बैठक की। मंडाविया ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ कोविड प्रबंधन दवाओं और उत्पादन क्षमताओं की स्थिति और पर्याप्तता की समीक्षा की ताकि भारत किसी भी स्थिति को प्रभावी ढंग से संभालने के लिए तैयार रहे। यह बैठक कुछ देशों में कोविड-19 के बढ़ते गंभीर मामलों को देखते हुए आयोजित की गई।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने की बैठक

इस अवसर पर डॉ. मनसुख मांडविया ने देश में कोविड महामारी के दौरान दवा कंपनियों के अमूल्य योगदान के लिए उनकी सराहना भी की। उन्होंने कहा कि भारत का दवा उद्योग मजबूत, लचीला और संवेदनशील है। इसकी ताकत के चलते ही हमने महामारी के दौरान अपनी मांग पूरी करने के साथ-साथ 150 देशों को दवाओं की आपूर्ति की। इस दौरान गुणवत्ता और उचित कीमत भी सुनिश्चित की गई।

दवाओं के पर्याप्त भंडारण पर जोर

कोविड-19 आशंकाओं के दृष्टिगत उन्होंने दवा कंपनियों से आग्रह किया कि वे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला परिदृश्य पर कड़ी नजर रखें। उन्होंने कहा कि कंपनियां एपीआई के उत्पादन और उपलब्धता के साथ-साथ कोविड प्रबंधन के लिए जरूरी दवाओं के निर्माण की भी बारीकी से निगरानी करें। उन्होंने खुदरा स्तर पर आपूर्ति श्रृंखला में कोविड दवाओं सहित सभी दवाओं के पर्याप्त भंडार और उपलब्धता को सुनिश्चित किए जाने पर बल दिया।

कोविड को लेकर एहतियाती कदम उठाने शुरू

बैठक के दौरान दवा कंपनियों ने आश्वस्त किया कि वे कोविड दवाओं की पर्याप्त आपूर्ति बनाए रखने में सक्षम होंगी। बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय के उच्च अधिकारियों सहित दवा कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। बता दें कि कुछ देशों में कोविड मामलों में तीव्र वृद्धि के बीच, देश में इसकी एक और लहर आने की आशंका के चलते सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की जा रही है।

आरटी-पीसीआर हुआ अनिवार्य

इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने बताया कि 01 जनवरी 2023 से चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR परीक्षण अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने ट्वीट करके यह जानकारी दी। इसके अलावा भारत आने पर सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के औचक परीक्षण भी किए जा रहे हैं।

अगले 40 दिन बेहद महत्वपूर्ण

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, भारत के लिए अगले 40 दिन बेहद महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि देश में जनवरी के मध्य में कोविड मामलों में उछाल आने की आशंका है। यह आकलन देश में कोविड फैलने के पिछले रुझानों के विश्लेषण पर आधारित है।

चेन्नई में दो यात्री कोविड संक्रमित पाए गए

तमिलनाडु सरकार की तरफ से जारी एक वक्तव्य में कहा गया है कि चेन्नई हवाई अड्डे पर दुबई से आए दो यात्री कोविड संक्रमित पाए गए हैं। दोनों तमिलनाडु के पुदुक्कोट्टई के अलंगुडी जिले के रहने वाले हैं। उनके परीक्षण नमूने प्रयोगशाला में भेजे गए हैं।

कोविड संक्रमण के 39 मामले सामने आए

24 से 26 दिसंबर के बीच देश में 39 अंतरराष्ट्रीय यात्री कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। कोविड मामलों में चीन सहित पूरे विश्व में आए उछाल के दृष्टिगत केंद्र सरकार ने अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के औचक परीक्षण के निर्देश दिए थे। इन परीक्षणों के दौरान कुल 1,780 स्वैब नमूने एकत्र किए गए। इनमें से 39 नमूनों में कोविड संक्रमण पाया गया है। इन सभी नमूनों को जीनोम अनुक्रमण के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है।

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Edited By: Devshanker Chovdhary