सिंधु आयोग की बैठक में हिस्सा लेंगे भारत और पाकिस्तान
संधि के तहत साल में कम से कम एक बार भारत और पाकिस्तान में इसकी बैठक होती है। इसमें दोनों देशों के सिंधु जल आयुक्त भी शामिल होते हैं।
नई दिल्ली, आइएएनएस। सिंधु आयोग के भारतीय आयुक्त ने सिंधु जल समझौते पर बातचीत का न्योता स्वीकार कर लिया है। यह बैठक मार्च के दूसरे पखवाड़े में पाकिस्तान में होनी है। हालांकि भारत सरकार ने इसे आधिकारिक वार्ता मानने से इन्कार किया है। अधिकारियों का कहना है कि यह समझौते के तकनीकी पक्ष पर विचार करने के लिए होने वाली सामान्य बातचीत है, कोई राजनीतिक वार्ता नहीं।
पिछले साल उड़ी में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह की बातचीत बंद कर दी थी। उसके बाद से सिंधु आयोग की इस बैठक को दोनों देशों के बीच बातचीत के अगले दौर के रूप में देखा जा रहा था। हालांकि सरकार ने इससे इन्कार किया है। अधिकारियों ने बताया कि स्थायी सिंधु आयोग में दोनों देशों के लोग हैं। इसका काम सिंधु जल संधि पर अमल कराना है।
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संधि के तहत साल में कम से कम एक बार इसकी बैठक जरूरी है। बारी-बारी से भारत और पाकिस्तान में इसकी बैठक होती है। इसमें दोनों देशों के सिंधु जल आयुक्त शामिल होते हैं और संधि के अमल से संबंधित तकनीकी मामलों की चर्चा करते हैं। 1960 के बाद से 112 बार बैठक की जा चुकी हैं। अगली बैठक के लिए पाकिस्तान की मेजबानी की बारी है। भारतीय आयुक्त ने बैठक के लिए अपने समकक्ष के निमंत्रण को स्वीकार किया है। दोनों पक्षों के लिए सुविधाजनक तारीख और एजेंडा आयुक्त सीधे तय करते हैं। सरकार की इस संबंध में कोई भूमिका नहीं होती।
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कुलभूषण का प्रत्यर्पण नहीं करेगा पाक
पाकिस्तान ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार भारतीय कुलभूषण जाधव का प्रत्यर्पण करने की संभावनाओं से इन्कार किया है। कुलभूषण को कथित तौर पर ईरान के रास्ते बलूचिस्तान में प्रवेश के बाद गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान में विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने संसद को बताया कि कुलभूषण के प्रत्यर्पण पर विचार नहीं किया जा रहा है। अजीज के मुताबिक, कुलभूषण के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो चुकी है और हमारे पास पर्याप्त सुबूत है।