जाकिर नाइक के मलेशिया को कट्टरपंथी बनाने की प्रक्रिया पर नजर रख रहा भारत
सरकार के सर्वोच्च सूत्र के अनुसार भारत इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के चार साल पहले मलेशिया में शरण लेने के बाद उस देश की पूर्ववर्ती सरकार के कट्टरपंथी बनने की प्रक्रिया का गहन अध्ययन कर रही है। मलेशिया में महातिर सरकार ने धार्मिक पुनर्वास कार्यक्रम की शुरुआत की है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। सरकार के सर्वोच्च सूत्र के अनुसार भारत इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के चार साल पहले मलेशिया में शरण लेने के बाद उस देश की पूर्ववर्ती सरकार के कट्टरपंथी बनने की प्रक्रिया का गहन अध्ययन कर रही है। सूत्रों के अनुसार भारत सरकार इस अध्ययन के जरिये यह जानना चाहती है कि जिस तरह से मलेशियाई सरकार को कट्टरपंथी बनाया गया, क्या उसी तरीके को भारत पर भी लागू किया जा सकता है।
सरकार की देश को धार्मिक कट्टरता से बचाने की जुगत
भारत में इस्लामिक कट्टरपंथी जाकिर नाइक पर नफरत भरे भड़काऊ भाषण देने और मनी लांड्रिंग के आरोप लगे थे। नवंबर 2016 में भारत सरकार के आतंकवाद निरोधक दस्ते ने नाइक पर धार्मिक उन्माद और नफरत फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया था। मलेशिया में महातिर बिन मुहम्मद सरकार ने धार्मिक पुनर्वास कार्यक्रम की शुरुआत की है। आतंकवादियों की सही शिक्षा के लिए उन्हें राजनीतिक व आर्थिक लाभ से नवाजा जाएगा। इससे आतंकियों की धार्मिक विचारधारा और राजनीतिक युद्धों का स्वरूप बदला जा सकेगा। इसलिए सरकार ने एक टीम का गठन किया है।
यह धार्मिक कट्टरता के खिलाफ युद्ध छेड़ने पर धार्मिक पुनर्वास पर काम करेगी। विभिन्न राज्यों में धार्मिक कट्टरता के खिलाफ मुहिम छेड़ी जाएगी। केंद्र सरकार ने देश भर में सुरक्षा प्रतिष्ठानों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि वह कट्टरपंथी लोगों और आसपास के माहौल को कट्टरपंथी बनाने वाले लोगों की पहचान करें। केंद्र सरकार ने स्थानीय प्रशासन और विभिन्न संगठनों से यह भी कहा कि सभी राज्यों में कट्टरपंथी विचारधारा के लोगों को समझा-बुझाकर मुख्यधारा में लाने की कोशिश की जाएगी।