इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में भारत की बड़ी उपलब्धि, मोबाइल फोन का आयात शुल्क हुआ लगभग शून्य
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के अनुसार, भारत ने इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। मोबाइल फोन का आयात घटकर 0.02 प्रतिशत रह गया है ...और पढ़ें

मोबाइल फोन का आयात लगभग शून्य (फाइल फोटो)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्रालय की तरफ से गत शुक्रवार को संसद में दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष 2024-25 में मोबाइल फोन का आयात मात्र 0.02 प्रतिशत रह गया है जबकि 10 साल पहले अपनी जरूरत का 75 प्रतिशत मोबाइल फोन का आयात करना पड़ता था।
मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि सरकार के प्रयासों की वजह से इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स के उत्पादन में पिछले 10 सालों में छह गुना बढ़ोतरी हुई है। वित्त वर्ष 2024-25 में इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स का उत्पादन 11.3 लाख करोड़ का रहा जबकि 10 साल पहले यह उत्पादन सिर्फ 1.9 लाख करोड़ का था।
केंद्रीय मंत्री ने क्या बताया
इलेक्ट्रानिक्स व आईटी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं के उत्पादन में सक्षम बनने के लिए सरकार ने आत्मनिर्भर भारत मिशन के तहत प्रोडक्शन ¨लक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम की घोषणा के साथ पूरा इको सिस्टम तैयार करने का काम किया।
इसी का नतीजा है कि इलेक्ट्रॉनिक्स के उत्पादन में इतनी तेजी से भारत आत्मनिर्भर बन सका है। अब देश में मोबाइल फोन में इस्तेमाल होने वाले विभिन्न प्रकार के पार्ट्स का भी निर्माण शुरू हो गया है। संसद को दी गई जानकारी के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में मोबाइल फोन का निर्यात दो लाख करोड़ का रहा जबकि वित्त वर्ष 2014-15 में मोबाइल फोन का निर्यात मात्र 0.01 लाख करोड़ का था।
यानी कि मोबाइल फोन के निर्यात में इस दौरान 127 गुना इजाफा हुआ है।संसद को बताया गया कि सरकार ने अब आईटी हार्डवेयर के लिए भी पीएलआई स्कीम लेकर आई है। देश में लैपटाप से लेकर पैड बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। अभी भारत सालाना एक करोड़ से अधिक लैपटाप का आयात करता है।

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