नौसेना का सबसे बड़ा रक्षा अभ्यास शुरू, 26/11 के बाद उठाए गए कदमों की होगी जांच
मुंबई हमले के दस साल बाद नौसेना का सबसे बड़ा दो दिवसीय रक्षा अभ्यास शुरू हुआ। मछुआरों और तटीय इलाकों में रहने वाले समुदाय भी इसका हिस्सा बने हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। मुंबई हमले के दस साल बाद नौसेना का सबसे बड़ा दो दिवसीय रक्षा अभ्यास मंगलवार से शुरू हुआ। इसके महत्व का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह समुद्र तट से सटे सभी 13 राज्यों की 7,516 किमी लंबी सीमा पर चलाया जा रहा है।
मछुआरों और तटीय इलाकों में रहने वाले समुदाय भी इसका हिस्सा बने हैं। इस युद्धाभ्यास में नौसेना और तटरक्षक बल ने अकेले 139 पानी के जहाजों की तैनाती की है। वहीं 35 एयरक्राफ्ट, डॉर्नियर्स, हेलिकॉप्टर्स, ड्रोन, पेट्रोल बोट्स, कोस्टल पुलिस फोर्स और सीआईएसएफ के जवान इसमें शामिल हैं। इसका कोडनेम 'सी विजिल 2019' है।
नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने बताया कि सी विजिल मुख्यत: इस बात की जांच करेगा कि 26/11 के बाद तटों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम आखिर कितने कारगर साबित हुए हैं। सी विजिल के साथ ऑपरेशनल, टेक्निकल और प्रशासनिक ऑडिट भी किया जाएगा, जो हमारी ताकत और कमजोरी के बारे में सही जानकारी देगा।
बता दें कि 26/11 हमले के बाद जांच में सामने आया था कि खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर कनेक्टिविटी नहीं होने से उस हमले के बारे में अधिक जानकारी नहीं जुटाई जा सकी थी। उस समय भी इस तरह की जानकारी मिली थी कि आतंकी समुद्र के रास्ते भारत में घुस सकते हैं।