सैन्य शक्ति के विस्तार में जुटा भारत, इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही मोदी सरकार
इस प्रोजेक्ट की जरूरत को नवंबर, 2007 में मंजूरी दी गई थी, लेकिन तब से यह प्रोजेक्ट फाइलों और कमिटियों में ही उलझा रह गया।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत आकाश से लेकर समुद्र तक में अपनी शक्ति का विस्तार करने में जुटा हुआ है, ताकि कोई दुश्मन बुरी नजर उठा कर हिंदुस्तान की ओर ना देखे। पिछले दिनों खबर आई कि भारत और इजराइल के बीच 17 हजार करोड़ की डिफेंस डील हुई है। इसके तहत भारत को 200 बराक-8 मिसाइलें मिलने वाली हैं। अब भारत अपनी नेवी की ताकत को बढ़ाने के लिए छह स्टील्थ पनडुब्बियों के निर्माण का काम शुरू करने जा रहा है, जिसकी लागत लगभग 70 हजार करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
भारतीय शिपयार्ड कंपनी की योजना किसी अन्य पनडुब्बी निर्माता देश के साथ मिलकर 6 स्टील्थ पनडुब्बियों के निमार्ण करने की है। इस भारी-भरकम डिफेंस डील पर फ्रांस, जर्मनी, रूस, स्वीडन, स्पेन और जापान जैसे दिग्गज पनडुब्बी निर्माता देशों की कंपनियों की नजर है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, इसे प्रॉजेक्ट-75 (इंडिया) नाम दिया गया है। की इस परियोजना के तहत भारत अगली पीढ़ी की स्वदेशी पनडुब्बियों का निर्माण करेगा। इस प्रोजेक्ट की जरूरत को नवंबर, 2007 में मंजूरी दी गई थी, लेकिन तब से यह प्रोजेक्ट फाइलों और कमिटियों में ही उलझा रह गया। अब इस साल मई में रक्षा मंत्रालय की ओर से तय की गई रणनीतिक साझेदारी की नीति के तहत यह पहला मेगा प्रॉजेक्ट शुरू किया जाएगा।
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