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चीन से विवादों का हल निकालने पर जोर

भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर भारतीय पक्ष की अगुवाई करेंगे। चीनी दल की अगुवाई वहां के विदेश सचिव करेंगे।

By Manish NegiEdited By: Published: Thu, 16 Feb 2017 08:30 PM (IST)Updated: Thu, 16 Feb 2017 08:43 PM (IST)
चीन से विवादों का हल निकालने पर जोर
चीन से विवादों का हल निकालने पर जोर

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारत और चीन के बीच वैसे तो हाल के महीनों में कई नए विवाद उत्पन्न हुए हैं लेकिन दोनों देश परिपक्व पड़ोसी देशों की तरह आपसी विवादों को सुलझाने की कोशिश में भी जुटे हुए हैं। द्विपक्षीय विवादों के समाधान के लिए बातचीत का नया सिलसिला शुरू होने जा रहा है। यह सिलसिला भारत-चीन रणनीतिक वार्ता के तहत शुरू होगा और इसके तहत पहली बैठक अगले बुधवार (22 फरवरी, 2017) को बीजिंग में होगी। भारत के विदेश सचिव एस. जयशंकर भारतीय पक्ष की अगुवाई करेंगे। चीनी दल की अगुवाई वहां के विदेश सचिव करेंगे।

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि चीन के विदेश मंत्री वांग यी की अगस्त, 2016 में भारत यात्रा के दौरान यह तय हुआ था कि सभी द्विपक्षीय मुद्दों को सुलझाने के लिए अब नया ढांचा तैयार होना चाहिए। उसके तहत ही यह रणनीतिक वार्ता होगी। इसमें द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहलुओं पर विचार-विमर्श होगा। पहले भी भारत व चीन के बीच रणनीतिक बातचीत होती रही है लेकिन यह नया ढांचा ज्यादा समग्र होगा।

सूत्रों के मुताबिक विदेश सचिव स्तरीय बातचीत द्विपक्षीय विवादों पर नए सिरे से विचार नहीं होगा क्योंकि पिछले दस वर्षो में हर विवाद पर काफी विचार-विमर्श हो चुका है। अब फोकस समाधान निकालने का होगा। साथ ही हाल के दिनों में जिन मुद्दों पर विवाद हुए हैं उन्हें किस तरह से एक दूसरे के हितों देखते हुए सुलझाया जाए, इस पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस क्रम में पाकिस्तान परस्त आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के मुखिया मौलाना मसूद अजहर पर संयुक्त राष्ट्र की पाबंदी लगाने का मुद्दा भी भारत की तरफ से उठाया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक द्विपक्षीय ट्रेड के मुद्दे भी एजेंडे में शामिल है।

दरअसल, भारत व चीन के बीच चल रहे तमाम विवादों की वजह से द्विपक्षीय कारोबार का मुद्दा दब सा गया है। चीन भारत का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार देश है। दोनों देशों के बीच पिछले वर्ष 71 अरब डॉलर का द्विपक्षीय कारोबार हुआ है। अगले हफ्ते होने वाली रणनीतिक वार्ता दोनों देशों का ध्यान फिर से द्विपक्षीय कारोबार बढ़ाने की तरफ आकर्षित कर सकता है।

ढाका भी जाएंगे विदेश सचिव

विदेश सचिव जयशंकर इस रविवार को तीन पड़ोसी मुल्कों की यात्रा पर निकल रहे हैं। पहले वह 19-20 फरवरी को श्रीलंका जाएंगे। उसके बाद वह चीन जाएंगे। चीन के बाद जयशंकर 23-24 फरवरी, 2017 को ढाका जाएंगे जहां वे बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना की भावी भारत यात्रा की तैयारियों पर भी वार्ता करेंगे। पीएम हसीना की भारत यात्रा पिछले एक वर्ष से टल रही है। जयशंकर की श्रीलंका यात्रा के दौरान मुख्य तौर पर भारत की तरफ से वहां सड़क व हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में होने वाले निवेश परियोजनाओं पर बातचीत होगी।

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