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'भारत को बनाना है मैन्युफैक्चरिंग हब', निकोसिया में बोले जयशंकर- वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ रहा देश का दबदबा

विदेश मंत्री एस जयशंकर इन दिनों साइप्रस के दौरे पर हैं। विदेश मंत्री ने शुक्रवार को राजधानी निकोसिया में एक व्यवसायिक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान भारत जी-20 के आदर्श वाक्य को हमने अपने व्यवहार में लाया।

By Edited By: Amit SinghPublished: Fri, 30 Dec 2022 06:49 PM (IST)Updated: Fri, 30 Dec 2022 06:49 PM (IST)
'भारत को बनाना है मैन्युफैक्चरिंग हब', निकोसिया में बोले जयशंकर- वैश्विक अर्थव्यवस्था में बढ़ रहा देश का दबदबा
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने निकोसिया में एक व्यवसायिक कार्यक्रम को किया संबोधित

निकोसिया, एजेंसी। विदेश मंत्री एस जयशंकर साइप्रस की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने राजधानी निकोसिया में शुक्रवार को कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत का दबदबा बढ़ता जा रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह बात निकोसिया में एक व्यवसायिक कार्यक्रम में कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की आर्थिक दृष्टि से संचालित व्यापार नीतियों और सुधारों ने भारत को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए सबसे मजबूत स्थलों में से एक बनने में योगदान दिया।

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भारत को बनाना है मैन्युफैक्चरिंग हब

एस जयशंकर ने कहा कि हमारा लक्ष्य भारत को एक प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना और साल 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के रूप में उभारना है। इसी बीच एस जयशंकर ने वैश्विक कोरोना महामारी का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान हम वैक्सीन के निर्माण में सबसे बड़े वैश्विक केंद्रों में से एक थे। हमने 100 देशों को वैक्सीन की सप्लाई की। उन्होंने कहा कि भारत जी-20 के आदर्श वाक्य वसुधैव कुटुम्बकम है यानि विश्व एक परिवार है और इसे हमने महामारी के दौरान अपने व्यवहार में लाया है।

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भारत में निवेश करने की पैदा हुई भूख

व्यवसायिक कार्यक्रम में एस जयशंकर ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में जो तकनीकी और बुनियादी ढांचागत प्रगति की है, उसने भारत में निवेश करने के लिए दुनिया में अधिक भूख पैदा की है। साथ ही उन्होंने कहा कि व्यापार और अन्य आर्थिक गतिविधियों के संबंध में हमने अपनी क्षमताओं में भी वृद्धि किया है। विदेश मंत्री ने बताया कि भारत ने बहुत महत्वाकांक्षी आर्थिक सुधारों को पूरा करने के लिए कोरोना महामारी के समय का सदुपयोग किया। जयशंकर ने प्रोडक्टिव लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) कार्यक्रम की सफलताओं की ओर भी ध्यान आकर्षित किया, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत में उत्पादन क्षमता को बढ़ाना है।

जयशंकर ने कोणार्क व्हील का किया दौरा

विदेश मंत्री ने साइप्रस यात्रा के दौरान कोणार्क व्हील का भी दौरा किया। इस मौके पर साइप्रस के विदेश मंत्री, वित्त मंत्री और गृह मंत्री साथ थे। एस जयशंकर ने तस्वीर ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। कोणार्क व्हील को दोनों देशों के बीच मजबूत दोस्ती का प्रतीक माना जाता है। भारत और साइप्रस इस समय अपने 60 साल के राजनयिक संबंधों का जश्न मना रहा है। कोणार्क व्हील 2017 में भारत द्वारा साइप्रस को उपहार में दिया गया था। भारत की आजादी के 75 साल और राजनयिक संबंधों की स्थापना के 60 साल पूरे होने के मौके पर दोनों देशों ने 29 दिसंबर को स्मारक डाक टिकट भी जारी किया।

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