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भूटान व मालदीव के बाद बांग्लादेश और नेपाल पहुंची भारत की वैक्सीन, दोनों देशों को 30 लाख खुराक की मुफ्त आपूर्ति

भारत ने सहायता अनुदान और पड़ोस प्रथम नीति के तहत बृहस्पतिवार को कोविड-19 वैक्‍सीन की पहली खेप बांग्लादेश और नेपाल को भेजी। टीके की पहली खेप नेपाल पहुंच गई है। इस खेप में वैक्‍सीन की 10 लाख डोज शामिल हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 21 Jan 2021 03:59 PM (IST)Updated: Fri, 22 Jan 2021 12:19 AM (IST)
भूटान व मालदीव के बाद बांग्लादेश और नेपाल पहुंची भारत की वैक्सीन, दोनों देशों को 30 लाख खुराक की मुफ्त आपूर्ति
भारत की ओर से भेजी गई टीके की पहली खेप नेपाल पहुंच गई है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारत ने पड़ोसी देश बांग्लादेश और नेपाल से दोस्ती निभाते हुए उन्हें कोविड से बचाव के लिए वैक्सीन की 20 लाख और 10 लाख खुराकें भेजीं। महामारी से निपटने के लिए दोनों मित्र देशों को वैक्सीन की ये खुराकें मुफ्त दी गई हैं। भारत शुक्रवार को म्यांमार और सेशेल्स को भी वैक्सीन की आपूर्ति करेगा। म्यांमार के लिए कोविशील्ड की 15 लाख खुराक भेजी जाएंगी। इससे पहले बुधवार को वैक्सीन की डेढ़ लाख खुराक भूटान को और एक लाख खुराक मालदीव को भेजी गई थीं।

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वैक्सीन मैत्री सर्वोच्च प्राथमिकता 

भारत वैक्सीन कूटनीति के जरिये मुश्किल वक्त में पड़ोसी देशों के लोगों का दिल जीतने की कोशिश में जुटा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, नेपाल ने भारतीय वैक्सीन सबसे पहले पाई। हम पड़ोसियों की मदद सबसे पहले कर रहे हैं। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने बांग्लादेश के साथ वैक्सीन मैत्री को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। 

बांग्लादेश बोला- भारत ने भेजी है वैक्सीन की सौगात 

बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमिन ने वैक्‍सीन की पहली खेप मिलने पर कहा कि भारत 1971 में तब बांग्लादेश के साथ खड़ा हुआ था जब वह आजादी की लड़ाई लड़ रहा था... अब जबकि देश कोविड महामारी से लड़ रहा है, तब भारत ने हमारे लिए वैक्सीन की सौगात भेजी है।

पड़ोसी देशों को वैक्‍सीन देने का किया था वादा 

भारत ने घोषणा की थी कि वह अपने पड़ोसी देशों भूटान, मालदीव, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और सेशेल्स को बहुत जल्द वैक्सीन की आपूर्ति करेगा जबकि श्रीलंका, अफगानिस्तान और मॉरीशस में वैक्सीन की आपूर्ति तब की जाएगी जब वहां की नियामक संस्थाएं भारतीय वैक्सीन को स्वीकृति प्रदान कर देंगी। 

दुनियाभर में भारत के टीकों की मांग 

उल्लेखनीय है कि भारत दुनिया के सबसे बड़े दवा और वैक्सीन निर्माता देशों में से एक है। इसके चलते भारतीय वैक्सीन की दुनिया भर के देशों में मांग है। इस समय भारतीय कंपनियां कोविशील्ड और कोवैक्सीन नाम की वैक्सीन बना रही हैं। दोनों वैक्सीन से भारत में टीकाकरण अभियान चल रहा है। साथ ही इनकी आपूर्ति फिलहाल पड़ोसी देशों को हो रही है। जल्द ही दोनों वैक्सीन के मंगोलिया, बहरीन, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, मोरक्को और ओमान भेजे जाने की उम्मीद है।

दक्षिण अफ्रीका को मिलेगी 385 रुपये की प्रति खुराक

दक्षिण अफ्रीका और कोविशील्ड वैक्सीन बना रही भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के बीच 15 लाख खुराक की आपूर्ति का करार हुआ है। इस करार के तहत दक्षिण अफ्रीका सीरम इंस्टीट्यूट को प्रति खुराक 5.25 डॉलर (385 रुपये) चुकाएगा। सीरम ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित वैक्सीन बना रहा है।

पाकिस्तान को चीन देगा पांच लाख खुराक

चीन अपने सदाबहार दोस्त पाकिस्तान को 31 जनवरी तक कोरोना से बचाव वाली वैक्सीन की पांच लाख खुराक देगा। यह जानकारी पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दी है। कुरैशी ने इस सिलसिले में अपने चीनी समकक्ष वांग ई का प्राप्त हुआ वीडियो संदेश जारी किया। इसमें पाकिस्तान से विमान भेजने के लिए कहा जा रहा है जिसमें चीन वैक्सीन भेज सके। कुरैशी ने कहा, चीन से मिलने वाली शुरुआती खेप उपहार के तौर पर मुफ्त होगी।


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