नई दिल्ली, पीटीआइ। चीन की नापाक हरकतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। चीन पूर्वी लद्दाख में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पैंगोंग झील के आसपास के अपने कब्जे वाले क्षेत्र में एक दूसरे पुल का निर्माण कर रहा है। यह चीनी सेना के लिए इस क्षेत्र में अपने सैनिकों को जल्द पहुंचाने में मददगार हो सकता है। उपग्रह की तस्वीरों और इस घटनाक्रम से परिचित लोगों ने यह जानकारी दी।
भारतीय और चीनी सेनाओं में गतिरोध जारी
दो साल से अधिक समय से पूर्वी लद्दाख में कई तनाव वाले बिंदुओं पर भारतीय और चीनी सेनाओं में जारी गतिरोध के बीच इस पुल का निर्माण किया जा रहा है। इस नए निर्माण को लेकर भारतीय रक्षा प्रतिष्ठान की तरफ से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया या टिप्पणी नहीं आई है।
उपग्रह से ली गईं तस्वीरें
पता चला है कि चीन ने हाल ही में इलाके में पहले पुल का निर्माण कार्य पूरा किया है। उपरोक्त लोगों ने बताया कि नया पुल वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से 20 किलोमीटर से अधिक दूर क्षेत्र में बनाया जा रहा है। एलएसी पर चीनी गतिविधियों पर नजर रखने वाले एक भू-स्थानिक खुफिया शोधकर्ता डेमियन साइमन ने ट्विटर पर नए निर्माण की उपग्रह से ली गईं तस्वीरें पोस्ट कीं।
तैयार किया जा रहा बड़ा पुल
साइमन ने कहा कि पहले पुल के समानांतर एक बड़ा पुल तैयार किया जा रहा है, इस निर्माण का संभावित लक्ष्य झील के ऊपर (सेना की) बड़ी/भारी आवाजाही में मदद करना है। साइमन द्वारा पोस्ट की गईं उपग्रह तस्वीरों में दिखाया गया है कि पुल एक साथ दोनों तरफ से बनाया जा रहा है। पुल से अंदरूनी रुडोक इलाके से पैंगोंग झील में एलएसी के आसपास के इलाकों तक पहुंचने के समय में महत्वपूर्ण रूप से कमी आने की उम्मीद है।
बुनियादी ढांचा मजबूत कर रहा ड्रैगन
सनद रहे बीते सोमवार को भारतीय सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आरपी कालिता ने कहा था कि चीन अरुणाचल प्रदेश में भी अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास बुनियादी ढांचे की क्षमता में तेजी से इजाफा कर रहा है। समाचार एजेंसी पीटीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी सेना यानी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एलएसी के नजदीक अपने सड़क, रेल और हवाई संपर्क के साथ-साथ 5-जी नेटवर्क को लगातार अपग्रेड कर रही है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट- सेना ने कहा- अरुणाचल सीमा पर सड़क, रेल व हवाई संपर्क को अपग्रेड कर रहा चीन, बसा रहा गांव
a