India-China Talks : भारत-चीन के बीच 14वें दौर की सैन्य वार्ता, दोनों देशों को सार्थक बातचीत की उम्मीद
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य माध्यमों से वार्ता और संवाद बनाए हुए हैं। चीन उम्मीद करता है कि भारत स्थिति को आपातकालीन मोड से नियमित दैनिक आधार वाले प्रबंधन चरण में ले जाने में मदद करेगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और चीन के बीच बुधवार को 14वें दौर की सीमा वार्ता होगी। सैन्य कमांडर स्तर की इस वार्ता में पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले शेष स्थानों से दोनों देशों के सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया पर चर्चा होगी। हालांकि चीन ने वार्ता शुरू होने से पहले ही दबाव की रणनीति अपनाते हुए सीमा पर हालात सामान्य करने का जिम्मा भारत पर थोप दिया है। 10 अक्टूबर, 2021 को दोनों देशों के बीच 13वें दौर की सीमा वार्ता हुई थी।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि दोनों पक्ष राजनयिक और सैन्य माध्यमों से वार्ता और संवाद बनाए हुए हैं। चीन उम्मीद करता है कि भारत स्थिति को आपातकालीन मोड से नियमित दैनिक आधार वाले प्रबंधन चरण में ले जाने में मदद करेगा।
वहीं, नई दिल्ली में भारतीय रक्षा सूत्रों ने कहा कि 20 महीने से चले आ रहे विवाद पर दोनों पक्षों के बीच 14वें दौर की सैन्य वार्ता से पहले, पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले शेष स्थानों में मुद्दे के समाधान के लिए चीन के साथ सार्थक वार्ता होने को लेकर आशान्वित है।
बता दें कि मई 2020 से बनी गतिरोध की स्थिति में इस बार हाट स्प्रिंग इलाके को लेकर वार्ता होगी। इस इलाके को लेकर दोनों पक्षों में बड़ा गतिरोध बना हुआ है। इस क्षेत्र में पूर्व स्थिति बहाल करने को लेकर दोनों पक्ष 13 चक्र की वार्ता में सहमत नहीं हो पाए हैं। दोनों पक्षों के बीच पहले हुई वार्ता के दौरान पैंगोंग झील और गोगरा पहाड़ियों पर पूर्व स्थिति कायम करने को लेकर सहमति बनी। इसके परिणामस्वरूप चीन की सेना मई 2020 से पहले की स्थिति में लौटी। इन इलाकों में आगे बढ़ी भारतीय सेना भी अपने पूर्व के मोर्चे पर लौट चुकी है।