Move to Jagran APP

पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच सीमा तनाव, सैन्य कमांडरों के बीच रविवार को होगी 13वें दौर की वार्ता

पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच सैन्य तनातनी को खत्म करने के लिए रविवार को दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच 13वें दौर की वार्ता होगी। यह वार्ता सुबह 10.30 बजे से मोल्डो में होगी जो चीन के नियंत्रण में है।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 09 Oct 2021 03:38 PM (IST)Updated: Sat, 09 Oct 2021 03:38 PM (IST)
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच सीमा तनाव, सैन्य कमांडरों के बीच रविवार को होगी 13वें दौर की वार्ता
भारत-चीन के बीच सीमा तनाव । (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, एजेंसियां। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच सैन्य तनातनी को खत्म करने के लिए रविवार को दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच 13वें दौर की वार्ता होगी। यह वार्ता सुबह 10.30 बजे से मोल्डो में होगी, जो चीन के नियंत्रण में है। इस दौरान हाट स्प्रिंग्स को लेकर गतिरोध दूर करने को लेकर बातचीत होगी। सैन्य सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है। बता दें कि एलएसी पर दोनों देशों के बीच पिछले डेढ़ साल से गतिरोध जारी है। इस बीच पिछले दिनों सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने जानकारी दी थी कि दोनों देशों के बीच अगले दौर की सैन्य वार्ता अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में होगी। 

loksabha election banner

विदेश मंत्रालय (MEA) ने गुरुवार को कहा था कि उसे उम्मीद है कि चीन पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के समाधान की दिशा में काम करेगा और द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकाल का पूरी तरह से पालन करेगा। एक साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यह बता कही थी। 

इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान चीनी समकक्ष वांग यी से मुलाकात की और दोनों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीमा तनाव और सेनाओं के पीछे हटने पर चर्चा की। पिछले साल भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हो गई थी। इसके परिणामस्वरूप दोनों पक्षों के कई लोगों की जान चली गई थी।

गलवन घाटी में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) द्वारा किए गए सीमा उल्लंघन के बाद झड़प हुई थी। इस घटना को एक साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन दोनों देशों के बीच तनाव जारी है। इसे दूर करने के लिए भारत और चीन के बीच 12 दौर की सैन्य वार्ता और कई बार कूटनीतिक वार्ता हुई है, लेकिन स्थिति में कुछ सुधार नहीं हुआ है। चीनी सेना कुछ जगह से पीछे हटी है, लेकिन भारत का कहना है कि पूरी से पीछे हटने से ही टकराव खत्म होगा। 

12वें दौर की वार्ता 31 जुलाई को हुई थी। वार्ता के कुछ दिनों बाद गोगरा में डिसइंगेजमेंट प्रक्रिया पूरी हुई। इसे क्षेत्र में शांति बहाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तौर पर देखा गया। 13वें दौर की वार्ता चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ की कोशिश की दो हालिया घटनाओं के बीच होगी। पीएलए ने उत्तराखंड के बाराहोटी सेक्टर और अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की थी, लेकिन मुस्तैद भारतीय जवानों ने उन्हें खदेड़ दिया। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.