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नए साल पर भारत और चीन के सैनिकों ने मिठाई देकर बधाई दी, लंबे गतिरोध के बीच पहली बार दिखी दोनों देशों के बीच नरमी

भारत और चीन के सैनिकों ने शनिवार को नए साल के मौके पर पूर्वी लद्दाख सहित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कई सीमा चौकियों पर मिठाई देकर एक-दूसरे को बधाई दी। 18 महीने से अधिक लंबे गतिरोध के बीच शनिवार को यह पहल देखने को मिली।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sat, 01 Jan 2022 09:40 PM (IST)Updated: Sat, 01 Jan 2022 10:31 PM (IST)
नए साल पर भारत और चीन के सैनिकों ने मिठाई देकर बधाई दी, लंबे गतिरोध के बीच पहली बार दिखी दोनों देशों के बीच नरमी
भारत और चीन के सैनिकों ने मिठाई देकर एक-दूसरे को बधाई दी। (फोटो- एएनआइ)

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत और चीन के सैनिकों ने शनिवार को नए साल के मौके पर पूर्वी लद्दाख सहित वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर कई सीमा चौकियों पर मिठाई देकर एक-दूसरे को बधाई दी। दोनों पक्षों के बीच लद्दाख में टकराव वाले कई बिंदुओं पर 18 महीने से अधिक लंबे गतिरोध के बीच शनिवार को यह पहल देखने को मिली। अधिकारियों ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में हाट स्प्रिंग्स और डेमचोक और उत्तरी सिक्किम में नाथुला और कोंगरा ला में दोनों पक्षों की ओर से बधाई और मिठाई का आदान-प्रदान हुआ।

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दोनों देशों ने संवेदनशील क्षेत्र में भारी संख्या में सैनिक तैनात किए

पांच मई, 2020 को पैंगोंग झील क्षेत्र में भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच हिंसक झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध शुरू हुआ था। दोनों पक्षों ने धीरे-धीरे हजारों सैनिकों के साथ-साथ भारी हथियारों को लेकर अपनी तैनाती बढ़ा दी। सैन्य और कूटनीतिक वार्ता की एक श्रृंखला के परिणामस्वरूप, दोनों पक्षों ने पिछले साल पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारे और गोगरा क्षेत्र में अपनी सेनाएं पीछे की थीं। वर्तमान में दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर संवेदनशील क्षेत्र में लगभग 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात कर रखे हैं।

भारत ने की है यथास्थिति बहाली की मांग

अक्टूबर में कोर कमांडर स्तर की सैन्य वार्ता का 13वां दौर भारतीय सेना के साथ गतिरोध में समाप्त हो गया। इसमें कहा गया था कि उसके द्वारा दिए गए रचनात्मक सुझाव चीनी पक्ष के लिए स्वीकार्य नहीं थे। रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उसने पूर्वी लद्दाख में स्थिति को खत्म करने के लिए चीनी पक्ष के साथ कई दौर की सैन्य वार्ता की। इसमें भारत ने अपने रुख से समझौता किए बिना सेनाएं पीछे करने और यथास्थिति की तत्काल बहाली की बात रखी। भारत सीमा पर मई 2020 की यथास्थिति की बहाली की मांग कर रहा है।


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