भारत बनेगा उच्च शिक्षा का बड़ा हब, विदेशी छात्रों को लुभाने दुनिया के दर्जनभर देशों में लगेंगे मेले
मौजूदा समय में करीब पचास हजार छात्र ही हर साल पढ़ाई के लिए भारत आते हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुताबिक विदेशी छात्रों के लिए पहले से ही कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अमेरिका और आस्ट्रेलिया जैसे देशों की तरह भारत भी उच्च शिक्षा का एक बड़ा हब बनने को लेकर लालायित है। सरकार इसे लेकर पूरी ताकत से जुड़ी हुई है। इस कड़ी में अब वह विदेशी छात्रों को लुभाने के लिए दुनिया के करीब दर्जन भर देशों में एजुकेशन मेले का आयोजन करने जा रही है जो इसी महीने से शुरु हो रहे है। फिलहाल यह आयोजन उन्हीं देशों में होगा, जिन देशों से मौजूदा समय में सबसे ज्यादा छात्र उच्च शिक्षा के लिए भारत आते है। इनमें पड़ोसी देशों सहित अफ्रीकी और गल्फ देश शामिल है।
स्टडी इन इंडिया प्रोग्राम के तहत विदेशी छात्रों को लुभाने के लिए शुरु की गई इस मुहिम के तहत इस साल वैसे तो एक लाख ज्यादा विदेशी छात्रों को भारतीय संस्थानों की ओर आकर्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि मौजूदा समय में करीब पचास हजार छात्र ही हर साल पढ़ाई के लिए भारत आते हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के मुताबिक विदेशी छात्रों के लिए पहले से ही कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
25 फीसद तक मिलेगी छूट
इनमें उन्हें जहां आकर्षक छात्रवृत्ति दी जा रही है, वहीं फीस में भी 25 से सौ फीसद तक की रियायत दी जा रही है। सरकार अब इस मुहिम को और तेज करने में जुटी है। इसके तहत छात्रवृत्ति को लेकर दुनिया के करीब 50 देशों में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने की तैयारी है। बता दें कि यह छात्रवृत्ति प्रतिभाशाली बच्चों को ही दी जाती है। दुनिया के दूसरे देश भर भी छात्रों को आकर्षित करने के लिए ऐसे ही प्रोग्राम चला रहे हैं।
15 सौ से ज्यादा नए कोर्स ऑफर
फिलहाल विदेशी छात्रों को लुभाने के लिए मौजूदा समय में देश के करीब 160 उच्च शिक्षण संस्थानों ने 15 सौ से ज्यादा नए कोर्स ऑफर कर रहे है। वैसे भी यह मुहिम तब शुरु की गई है, जब नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने वाला है। सरकार इस मुहिम में इस लिए पूरी ताकत से जुड़ी हुई है, क्योंकि अमेरिका, आस्ट्रेलिया जैसे कई देशों में यह आय का एक बड़ा साधन है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक मौजूदा समय में अकेले भारत से करीब चार लाख छात्र हर साल उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका जाते हैं। जो वहां करीब 85 हजार करोड़ से ज्यादा पैसा पढ़ाई पर खर्च करते हैं। यह भारत में उच्च शिक्षा पर खर्च होने वाले बजट के दोगुने से भी ज्यादा है। मौजूदा में देश का उच्च शिक्षा का बजट करीब 40 हजार करोड़ के आसपास है।