Move to Jagran APP

कोरोना वायरस के चलते भारत-यूरोपीय यूनियन सम्‍मेलन टला, पीएम मोदी का ब्रसेल्स दौरा रद

भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारत-यूरोपीय यूनियन सम्‍मेलन (India-EU Summit) को टाल दिया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 05 Mar 2020 04:39 PM (IST)Updated: Thu, 05 Mar 2020 06:17 PM (IST)
कोरोना वायरस के चलते भारत-यूरोपीय यूनियन सम्‍मेलन टला, पीएम मोदी का ब्रसेल्स दौरा रद
कोरोना वायरस के चलते भारत-यूरोपीय यूनियन सम्‍मेलन टला, पीएम मोदी का ब्रसेल्स दौरा रद

नई दिल्‍ली, एएनआइ। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारत-यूरोपीय यूनियन सम्‍मेलन (India-EU Summit) को टाल दिया गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता र‍वीश कुमार (Raveesh Kumar) ने बताया कि इस शिखर सम्‍मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को भाग लेना था। पीएम मोदी इसके लिए बेल्जियम (Belgium) की राजधानी ब्रसेल्स का दौरा करने वाले थे। भारत और यूरोपीय यूनियन के स्‍वास्‍थ्‍य अधिकारियों ने सुझाव दिया कि कोरोना वायरस के चलते जो मौजूदा हालात हैं उसमें यह यात्रा नहीं होनी चाहिए। इन्‍हीं वजहों को ध्‍यान में रखते हुए यह फैसला किया गया है कि भारत-यूरोपीय यूनियन शिखर सम्‍मेलन को टाल दिया जाए। अब इसका आयोजन सुविधाजनक तारीख पर किया जाएगा। इस तरह पीएम मोदी का ब्रसेल्स दौरा रद कर दिया गया है।

loksabha election banner

रवीश कुमार ने यह भी बताया कि उक्‍त फैसला यूरोपीय यूनियन और भारत के बीच घनिष्ठ सहयोग की भावना के तहत लिया गया है जो वैश्विक स्वास्थ्य के प्रति समान चिंताएं और प्रतिबद्धताएं रखते हैं। भारत और यूरोपीय यूनियन दोनों को ही उम्‍मीद है कि कोरोना वायरस का प्रकोप जल्द ही खत्‍म हो जाए। आधिकारिक बयान में यह भी बताया गया कि तमाम मुश्किलों के बावजूद पीएम मोदी बांग्‍लादेश में आयोजित होने वाले बंगबंधु (शेख मुजीबुर रहमान) के शताब्दी समारोह में शामिल होने के लिए जाएंगे।

रवीश कुमार ने बताया कि बीते दिनों जब पीएम मोदी बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना से मिले थे तो उन्होंने विशेष रूप से भारत के प्रधानमंत्री को इस समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। पीएम ने वह निमंत्रण स्वीकार कर लिया था और वह समारोह में भाग लेने के लिए बांग्लादेश जाएंगे। दिल्ली हिंसा पर तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन की टिप्पणियों पर भी भारतीय विदेश मंत्रालय ने करारा जवाब दिया। रवीश कुमार ने कहा कि ऐसी टिप्‍पण‍ियां तथ्यात्मक रूप से गलत और राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित हैं। हम तुर्की के प्रमुख से ऐसे बयानों की उम्मीद नहीं करते हैं। हमने इन टिप्‍पणियों को लेकर तीन मार्च को दिल्ली में तुर्की के राजदूत से गंभीर आपत्ति जताई है। 

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने एक और महत्‍वपूर्ण बात बताई। उन्‍होंने 495 ईरानी पर्यटकों की कोई खोज खबर नहीं होने की रिपोर्टों पर कहा कि अभी तक हमें इसके बारे में ईरानी दूतावास से कोई जानकारी नहीं मिली है। कुछ ईरानी पर्यटक कोरोना वायरस के प्रकोप से पहले भारत आए थे और वे वापस नहीं लौट सके हैं क्योंकि मौजूदा वक्‍त में कोई भी फ्लाइट इन देशों की उड़ान नहीं भर रही है। मालूम हो कि अभी तक भारत में कोरोना के 26 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। अमेरिका तालिबान शांति समझौते पर रवीश कुमार ने कहा कि अफगानिस्तान और वहां के लोगों के लोकतांत्रिक भविष्य के लिए भारत अफगान सरकार को हर संभव समर्थन देना जारी रखेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.