शौर्य चक्र से सम्मानित हुए आयकर अधिकारी
शौरी भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) में 2004 के अधिकारी हैं। 2009 में उन्हें टेरीटोरियल आर्मी (पारा) की 106वीं इन्फैंट्री बटालियन में कमीशन किया गया था।
नई दिल्ली, प्रेट्र। आयकर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त 47 वर्षीय कैप्टन प्रदीप शौरी आर्य को अतुलनीय साहस प्रदर्शित करने और जम्मू एवं कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठिए को मार गिराने के लिए शौर्य चक्र से नवाजा गया है। यह अधिकारी विशेष टेरीटोरियल सैन्य इकाई के साथ संबद्ध हैं। यह पहला मौका है जब एक नौकरशाह को शांतिकाल का तीसरा सर्वोच्च सैन्य वीरता पुरस्कार से नवाजा गाय है।
शौरी भारतीय राजस्व सेवा (आइआरएस) में 2004 के अधिकारी हैं। 2009 में उन्हें टेरीटोरियल आर्मी (पारा) की 106वीं इन्फैंट्री बटालियन में कमीशन किया गया था। उनकी बटालियन नियंत्रण रेखा पर तैनात पारा की चौथी बटालियन के साथ संबद्ध थी। उस समय उन्होंने साहस दिखाया था। शौरी की टीम को बारामुला जिले में सीमा पार से होने वाली घुसपैठ के खिलाफ प्रभावी गुप्तचर और रक्षा तंत्र तैयार करने का काम मिला था। पिछले वर्ष 28 मई की रात उन्होंने वीरता दिखाई और अपनी जान की परवाह किए बगैर सीधे आतंकवादियों से मुकाबला करने पहुंच गए और उन्हें मार गिराया।
आतंकियों की आर्थिक मदद की जांच कर चुके हैं शौरी
आयकर विभाग के मुंबई में अंतरराष्ट्रीय कर शाखा में अतिरिक्त आयुक्त के रूप में तैनात शैरी ने बताया, 'मैं हमेशा से वर्दी में आना चाहता था। इसीलिए मातृभूमि की रक्षा करने के लिए मैं टेरीटोरियल आर्मी में शामिल हुआ।' शौरी ने कश्मीर में सक्रिय अलगाववादियों के मनी लांड्रिंग और आतंकियों को मिलने वाले धन पर विशेष रिपोर्ट तैयार की। उन्हें भारतीय सैन्य अकादमी में बेहतर प्रशिक्षु अधिकारी भी माना गया था। चुनाव आयोग की टीम के तहत नगालैंड में चुनाव कराने के लिए उन्हें राष्ट्रीय अवार्ड मिल चुका है।