बेनामी संपत्ति मामला: रॉबर्ट वाड्रा के निवास पर दूसरे दिन भी पहुंचे आयकर विभाग के अधिकारी, हुई पूछताछ
बेनामी संपत्ति मामले में लगातार दूसरे दिन रॉबर्ट वाड्रा का सामना आयकर विभाग के अधिकारियों से हुआ। इससे पहले सोमवार को वाड्रा से आयकर विभाग के अधिकारियों ने नौ घंटे तक पूछताछ की थी। इस पूछताछ को वाड्रा ने सरकार की साजिश बताया।
नई दिल्ली, प्रेट्र । आयकर विभाग ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से बेनामी संपत्ति के मामले में मंगलवार को लगातार दूसरे दिन पूछताछ की। करीब चार घंटे तक चली पूछताछ के दौरान वाड्रा का बयान भी दर्ज किया गया। सोमवार को उनसे करीब आठ घंटे तक सवाल-जवाब किए गए थे। वाड्रा ने दोहराया कि उनसे पूछताछ का मकसद किसानों और देश के असल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाना है।
वाड्रा के बेनामी संपत्ति से जुड़े मामले की जांच आयकर विभाग की चंडीगढ़ की टीम कर रही है। राष्ट्रीय राजधानी के सुखदेव विहार इलाके में स्थित वाड्रा के दफ्तर में आयकर विभाग के अधिकारियों को दोपहर बाद तीन बजे के आसपास जाते हुए देखा गया। पूछताछ के बाद वहां से अधिकारी शाम छह बजे के बाद निकले। अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान के सीमावर्ती बीकानेर में वाड्रा की कंपनी द्वारा खरीदी गई जमीन के सिलसिले में यह पूछताछ चल रही है। इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2015 में मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था।
वाड्रा ने आरोप लगाया कि जब भी देश में कोई मुद्दा उठता है तो केंद्रीय जांच एजेंसियां उनसे पूछताछ करने लगती हैं। उन्होंने कहा कि वह आयकर विभाग के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार हैं। ईडी के सामने वह 15 बार पेश हुए हैं, जहां उनसे 80 घंटे से ज्यादा समय तक पूछताछ की गई है। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि वाड्रा को पूछताछ के लिए विभाग के दफ्तर में आने को कहा गया था। लेकिन उन्होंने कोरोना का हवाला देकर वहां आने से मना कर दिया, जिसके बाद उनके दफ्तर में ही पूछताछ करने का फैसला किया गया।