इंटरनेट बंद होने से पांच वर्ष में देश को 200 अरब की चपत
हालिया रिपोर्ट के मुताबिक 2012 से 2017 के बीच भारत में इंटरनेट बंद होने से देश को 20,320 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकॉनोमिक रिलेशंस द्वारा जारी की गई हालिया रिपोर्ट के मुताबिक 2012 से 2017 के बीच भारत में इंटरनेट बंद होने से देश को 20,320 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ बयानों के चलते इन पांच वर्षों में सोलह हजार घंटे से भी ज्यादा समय के लिए इंटरनेट ठप किया गया। इन पांच वर्षों में इंटरनेट बंद पड़ने से परेशान हुए 18 राज्यों में से सात में यह अध्ययन कराया गया। इसमें पता चला कि सबसे ज्यादा नुकसान ई-कॉमर्स के क्षेत्र में हुआ है।
सर्वाधिक बंद भारत में
2016 के मुकाबले 2017 में देश में दोगुने से भी ज्यादा बार इंटरनेट बंद पड़ा। इंटरनेट बंद पड़ने के कुल घंटों में 20 फीसद इजाफा हुआ। जनवरी, 2016 से सितंबर, 2017 के बीच 21 महीनों में इंटरनेट बंद पड़ने की 30 देशों की सूची में भारत 54 इंटरनेट शटडाउन के साथ पहले स्थान पर रहा।
ई-कॉमर्स पर पड़ा असर
देश के छोटे शहरों और कस्बों में रहने वाले व्यापारी और फ्रीलांसर पूरी तरह से इंटरनेट पर निर्भर करते हैं। यही लोग सर्वाधिक प्रभावित हुए। पर्यटन व्यवसाय भी इंटरनेट पर निर्भर करता है, लिहाजा उसपर भी असर पड़ा है। बैंकिंग व आइटी क्षेत्र में इंटरनेट बंद पड़ने से ज्यादा असर नहीं पड़ता क्योंकि इन सेक्टरों में प्राइवेट इंटरनेट लाइन पर काम होता है।