कन्नूर में थम नहीं रहा राजनीतिक हिंसाओं का दौर
कन्नूर में हिंसात्मक राजनीति की शुरुआत 19 मई को सीपीएम वर्कर, चेरिकंडाथ (55) की मर्डर से हुई।
कन्नूर (जेएनएन)। इस साल मई माह में एलडीएफ के सत्ता में आने के बाद यहां राजनीतिक हिंसा की बिसात बिछ गयी है। सीपीएम व भाजपा के बीच झड़पें होती रहती हैं। मई से अब तक यहां बम विस्फोट के कारण एक मौत और 6 मर्डर हो चुका है। हाल में ही दो मर्डर केस सामने आया जो पिछले 48 घंटों में हुआ है और वह भी मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन विधानसभा क्षेत्र में ही।
मई 2016 में जब से पी. विजयन की लेफ्ट सरकार सत्ता में आई है, जिले में 50 राजनैतिक हमले व चार हत्याएं हो चुकी हैं। इस हिंसात्मक राजनीति की शुरुआत 19 मई को सीपीएम वर्कर, चेरिकंडाथ (55) की मर्डर से हुई। हालांकि सीपीएम ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस हत्या को अंजाम दिया है जिसने पहले बम ब्लास्ट कराया और फिर चेरिकंडाथ पर गाड़ी चढ़ा दी। जबकि भाजपा के अनुसार वह दुर्घटनावश गाड़ी से गिर पड़े जिसके कारण उनकी मौत हो गयी। हालांकि पुलिस के रिकार्ड के अनुसार यह मर्डर केस है।
हालांकि पुलिस कह रही की बड़े स्तर पर छापेमारी की जा रही है और रोकथाम के कदम उठाए जा रहे हैं लेकिन हिंसा व हत्याओं का जारी सिलसिला बताता है कि पुलिस के कदम प्रभावी नहीं हैं। संयोग से पुलिस चीफ कोरी संजयकुमार गुरुदीन छुट्टी पर हैं जिससे यह समझा जा रहा है कि गृह मंत्रालय और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के बीच रस्साकशी चल रही है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डिस्ट्रिक्ट पुलिस चीफ ने छुट्टी रद कर दी है और गुरुवार को वापिस आ जाएंगे।
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