पहाड़ों में बर्फबारी और बारिश से कई राज्यों में जनजीवन हुआ बेहाल
पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर अब भी जारी है। ऐसे में जम्मू कश्मीर सहित उत्तराखंड और हिमाचल में कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्तव्यस्त है।
जेएनएन, नई दिल्ली। पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर अब भी जारी है। ऐसे में जम्मू कश्मीर सहित उत्तराखंड और हिमाचल में कड़ाके की ठंड से जनजीवन अस्तव्यस्त है। लगातार तीसरे दिन शुक्रवार को उच्चपर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में बर्फबारी और बारिश होती रही। इससे जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग तीसरे दिन भी बंद रहा। कश्मीर की लाइफ लाइन जवाहर टनल, काजीगुंड में बर्फबारी और बनिहाल-बटोत (जम्मू संभाग) की तरफ बारिश होने से हाईवे में जगह-जगह फिसलन हो गई है। जम्मू के पुंछ से कश्मीर को जोड़ने वाला मुगल रोड और श्रीनगर लेह हाईवे पहले भी बंद है।
सफेद चादर में लिपटा मां वैष्णो देवी भवन
विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल माता वैष्णो देवी का भवन लगातार बर्फ की सफेद चादर में ढक गया है। भैरो घाटी, सांझी छत और भवन मार्ग बर्फ से लद गए हैं। भवन से भैरो घाटी के मध्य चलने वाली पैसेंजर केबल कार सेवा और आधार शिविर कटड़ा से चलने वाली हेलीकॉप्टर और पैसेंजर केबल कार सेवा ठप रही। वहीं, भवन मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार सेवा सुचारू है। बता दें कि भवन पर एक फीट, भैरो घाटी में 2 फीट, सांझी छत में एक फीट, हिमकोटी में करीब आधा फीट तो त्रिकुटा पर्वत पर तीन से चार फीट बर्फ गिरी है।
उत्तराखंड में पांच से आठ फरवरी तक भारी बर्फबारी की चेतावनी
उत्तराखंड में मौसम का मिजाज नरम होने की संभावना नजर नहीं आ रही है। मौसम विभाग के अनुसार पांच फरवरी से प्रदेश में एक बार फिर बारिश और बर्फबारी के आसार बन रहे हैं। विशेषकर छह और सात फरवरी को गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय इलाकों में 2000 मीटर की ऊंचाई तक भारी बर्फबारी और बारिश हो सकती है। विभाग ने रेड अलर्ट जारी करते हुए सलाह दी है कि इस दौरान लोग ऊंचाई वाले इलाकों की यात्रा से परहेज करें।