इजराइल के सहयोग से सेकेंडों में रिजल्ट देने वाले कोविड टेस्ट किट की उम्मीद बढ़ी
भारत में इजरायल के डिफेंस एटैशे असफ मालेर ने कहा है कि किट आने में कुछ महीने का समय लगेगा। इजरायल के इस मिशन पर दुनिया के तमाम देशों की नजर लगी हुई है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोविड-19 परीक्षण में क्रांतिकारी तकनीक लाने पर काम कर रही इजरायल की टीम ने कहा है कि वह जल्द ही ऐसा टेस्ट किट ले कर आएंगे, जो महज कुछ सेकेंड में बता देगा कि कोई व्यक्ति कोरोनावायरस से ग्रसित है या नही। इस सफलता में भारत की काफी अहम भूमिका होगी क्योंकि इसके लिए सैंपल भारत में ही जुटाये गये हैं। भारत में इजरायल के डिफेंस एटैशे असफ मालेर ने कहा है कि किट आने में कुछ महीने का समय लगेगा। इजरायल के इस मिशन पर दुनिया के तमाम देशों की नजर लगी हुई है। इस तकनीक पर इजरायल ने पहले अपने प्रयोगशालाओं में काम किया और उसके बाद जमीनी परीक्षण के लिए भारत का सहयोग लिया।
भारत में 20 हजार कोविड पॉजिटिव नागरिकों के सैंपल जुटाए इजरायली टीम ने
भारत के दौरे पर आये इजरायली टीम के प्रमुख लेफ्टिनेंट कर्नल यानिव मीरमैन ने कहा है कि, ''हमने भारत में जो डाटा संग्रह किया है उस पर परीक्षण किया जा रहा है। यह इजरायल लौटने के बाद भी जारी रहेगा। हमें पूरी उम्मीद है कि कोरोनावायरस का जल्दी से जांच करने की पद्धति हम विकसित कर लेंगे।''इजरायल की टीम ने नई दिल्ली में नौ दिनों के भीतर 20 हजार सैंपल एकत्रित किये हैं। भारत सरकार ने इसमें मदद के लिए सैकड़ों स्थानीय प्रोफेशनलों को सैंपल एकत्रित करने के लिए तैयार किया था।
भारत के सहयोग से इजरायल के वैज्ञानिक तैयार कर रहे हैं यह किट
भारत व इजरायल की साझा टीम ने पूरी योजना के हर कदम पर निगरानी की और यह सुनिश्चित किया कि हर व्यक्ति तय दिशा- निर्देश के तहत काम करे। पीएम नरेंद्र मोदी के वैज्ञानिक सलाहकार के नेतृत्व में भी एक टीम ने इजरायल की टीम की पूरी मदद की। दोनो देशों के बीच संयुक्त तौर पर चल रहे इस परीक्षण का नतीजा अगर वायदे के मुताबिक रहा तो पूरी दुनिया में कोविड-19 से जिस तरह से उथल पुथल मचा हुआ है, उसे दूर करने में मदद मिलेगा। कार्यालयों, हवाई अड्डों व अन्य सार्वजनिक वाहनों को सामान्य तौर पर चलाने में मदद मिलेगी क्योंकि इससे पहचान हो सकेगी कि किस व्यक्ति को कोरोना है और किसे नहीं। इससे कोविड-19 से हुए नुकसान की भरपाई भी जल्दी से हो सकेगी।