रक्षामंत्री का जवानों के नाम संदेश: ढांचा मजबूत कर रहा है भारत
सीमा पर चीन और पाकिस्तान की ओर से मिलने वाली दोहरी चुनौतियों के बीच रक्षा मंत्री एके एंटनी ने उत्तरी सीमा क्षेत्रों में सैन्य ताकत और रक्षा क्षमताओं में इजाफे पर जोर दिया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। सीमा पर चीन और पाकिस्तान की ओर से मिलने वाली दोहरी चुनौतियों के बीच रक्षा मंत्री एके एंटनी ने उत्तरी सीमा क्षेत्रों में सैन्य ताकत और रक्षा क्षमताओं में इजाफे पर जोर दिया है। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर जवानों के नाम दिए संदेश में रक्षा मंत्री ने आगाह किया कि पूरे भारतीय उपमहाद्वीप में सुरक्षा हालात उत्साहजनक नहीं हैं। ऐसे में भारत के लिए सशस्त्र सेनाओं का आधुनिकीकरण प्राथमिकता में है।
एंटनी ने किसी मुल्क का नाम तो नहीं लिया लेकिन अपनी चिंताओं और प्राथमिकताओं को स्पष्ट कर दिया। पूरी दुनिया और खास तौर पर भारतीय उपमहाद्वीप में सुरक्षा हालात पर फिक्र जताते हुए कहा कि भारत उत्तरी सेक्टर में अपना ढांचा मजबूत कर रहा है। 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले के बाद से हो रहे तटीय सुरक्षा इंतजामों के बावजूद एंटनी ने माना कि देश की लंबी समुद्री सीमाओं से ही भारत की संप्रभुता को सबसे अधिक चुनौती मिल रही है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत उत्तरी सेक्टर में सैन्य ढांचागत निर्माण को प्राथमिकता दे रहा है। इस कड़ी में सीमा पर सड़कों, रणनीतिक पुलों और हवाई पंिट्टयों का निर्माण जारी रखेगा। उल्लेखनीय है कि भारत का यही ढांचागत निर्माण चीन को खल रहा है। बीते दिनों वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी अतिक्रमण की घटनाओं में हुए इजाफे को भारत के सशक्तीकरण का विरोध नजर आ रहा है।
आतंकवाद को रक्षा मंत्री ने भारत के लिए लगातार और बड़ी चुनौती करार दिया। बीते दिनों सीमा पर पांच भारतीय जवानों की हत्या के बाद आतंकवाद से मुकाबले में लगे सैनिकों की हौसला अफजाई करते हुए एंटनी ने कहा कि सरहद पर तैनात जांबाज फौजियों की पहली कतार हर हाल में देश की हिफाजत करती रहेगी।
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