तंबाकू उत्पादों पर कम से कम 50 फीसद वैट लागू करें राज्य
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से तंबाकू उत्पादों पर कम से कम 50 फीसद वैट लगाने की अपील की है, ताकि युवा वर्ग इनके इस्तेमाल से दूरी बनाए। वर्धन ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी इस बार के आम बजट में तंबाकू उत्पादों की कीमतों में बढ़ोत्तरी की मांग की है।
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से तंबाकू उत्पादों पर कम से कम 50 फीसद वैट लगाने की अपील की है, ताकि युवा वर्ग इनके इस्तेमाल से दूरी बनाए। वर्धन ने वित्त मंत्री अरुण जेटली से भी इस बार के आम बजट में तंबाकू उत्पादों की कीमतों में बढ़ोत्तरी की मांग की है।
वर्धन का कहना है कि इस कदम से लंबे समय में फायदा मिलेगा। उन्होंने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि सरकारी खर्च को घटाने के लिए तंबाकू के इस्तेमाल को हतोत्साहित करना जरूरी है। एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक तंबाकू उत्पादों से होने वाली बीमारियों पर 1.04 लाख करोड़ रुपये खर्च होता है। वर्धन ने मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में राजस्थान का जिक्र किया है, जहां तंबाकू उत्पादों पर 60 फीसद वैट लागू है।
उन्होंने कहा कि गैर-संक्रामक रोगों जैसे हृदय रोग, कैंसर, अन्य लाइलाज बीमारियां और मधुमेह के कारण होने वाली 80 फीसद मौतें तंबाकू उत्पादों के इस्तेमाल की वजह से होती हैं। जेटली को कुछ दिन पहले लिखे पत्र में वर्धन ने बताया कि पिछले एक दशक में भारत में धूमपान करने वाले पुरुषों की संख्या आठ करोड़ 30 लाख से बढ़कर 10 करोड़ 50 लाख पहुंच गई है। इसे रोकने के लिए तंबाकू उत्पादों की कीमतों में बढ़ोत्तरी जरूरी है।