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अम्‍फान के बाद अब गुजरात और महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान का खतरा, रेड अलर्ट जारी

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान से मची तबाही के बाद अब महाराष्ट्र और गुजरात में तूफान की आशंका है। मौसम विभाग ने इस बारे में अलर्ट जारी किया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 05:58 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 08:06 AM (IST)
अम्‍फान के बाद अब गुजरात और महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान का खतरा, रेड अलर्ट जारी
अम्‍फान के बाद अब गुजरात और महाराष्ट्र में चक्रवाती तूफान का खतरा, रेड अलर्ट जारी

नई दिल्ली, एजेंसियां। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान से मची तबाही के बाद एक और चक्रवाती तूफान का खतरा मंडराने लगा है। मौसम विभाग (Indian Meteorological Department) ने महाराष्ट्र और गुजरात में तूफान की आशंका जताई है। मौसम विभाग ने कहा है कि अरब सागर और लक्षद्वीप पर कम दबाव का क्षेत्र बना है जो आगे बढ़ते हुए चक्रवाती तूफान में बदल रहा है। यह अगले हफ्ते महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों तक पहुंच सकता है। इसे देखते हुए मौसम विभाग ने चार जून को महाराष्ट्र और गुजरात के तटवर्ती क्षेत्रों में रेड अलर्ट जारी किया है। 

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भारी बारिश की आशंका 

राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख सती देवी ने कहा है कि चार जून के लिए तटवर्ती महाराष्ट्र, गोवा और पूरे गुजरात को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवाती तूफान के चलते इन क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है। तीन जून के लिए तटवर्ती महाराष्ट्र और गोवा के लिए रेड अलर्ट और गुजरात के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

ताकतवर हो रहा कम दबाव का क्षेत्र 

सुनीता देवी (Sunitha Devi) ने बताया कि दक्षिण पूर्व और इससे सटे मध्य पूर्व अरब सागर और लक्षद्वीप क्षेत्र में जो कम दबाव का क्षेत्र बना है वह अगले 24 घंटों में तेज होकर डिप्रेशन में बदलेगा। इसके बाद यह तेज होकर तीन जून तक उत्तर महाराष्ट्र और गुजरात तटों पर पहुंचेगा।  

तूफान की शक्‍ल ले लेगा विक्षोभ 

आइएमडी ने ट्वीट कर कहा कि दक्षिण पूर्वी और उसके निकटवर्ती पूर्वी मध्य अरब सागर और लक्ष्यद्वीप के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना है। अगले 24 घंटे के दौरान यह पूर्वी-मध्य और निकटवर्ती दक्षिणपूर्वी अरब सागर के ऊपर विक्षोभ में बदलेगा और अगले 24 घंटे में यह चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा।

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह

मौसम विभाग ने गुजरात के मछुआरों को चार जून तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है। समुद्र में गए मछुआरों से भी रविवार शाम तक लौट आने को कहा था। आइएमडी के अहमदाबाद केंद्र ने उत्तर और दक्षिण गुजरात के सभी बंदरगाहों के लिए अलर्ट जारी किया है। चार जून तक इन इलाकों में 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और उसके 176 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचने की संभावना है, जिससे समुद्र खतरनाक रूप ले सकता है।

तीन और चार जून को भारी बारिश 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने भी कहा है कि इस तूफान के चलते गुजरात और महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में तीन और चार जून को भारी बारिश हो सकती है। डॉ. महापात्र ने बताया कि 15 अप्रैल को जारी मौसम के पूर्वानुमान में सामान्य मानसून के साथ सितंबर तक 100 फीसद बारिश की उम्मीद जताई गई थी लेकिन अब दूसरा पूर्वानुमान सोमवार को जारी किया जाएगा। 

आज केरल में दस्तक दे सकता है मानसून 

आइएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने रविवार को कहा कि एक जून तक मानसून के केरल के तट से टकराने की संभावना है। अभी तक मानसून केरल के पास पहुंचा नहीं है। सोमवार तक अनुकूल हालात बनने की उम्मीद है, उसके बाद ही स्पष्ट रूप से मानसून के केरल पहुंचने के बारे में कुछ कहा जा सकता है। इससे पहले मौसम विभाग ने कहा था कि एक जून को मानसून केरल पहुंच जाएगा।

एम्फन तूफान ने मचाई थी तबाही

महाराष्ट्र और गुजरात में चक्रवाती तूफान का यह खतरा ऐसे समय में सामने आया है, जबकि अभी कुछ दिन पहले ही बंगाल की खाड़ी में पैदा हुए सुपर चक्रवाती तूफान एम्फन ने बंगाल और ओडिशा में भारी तबाही मचाई थी। कोलकाता में कई पेड़ उखड़ गए थे और घरों को भी भारी नुकसान पहुंचा था। हालात इस कदर बिगड़े थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद बंगाल और ओडिशा जाकर हालात का जायजा लिया था।


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