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MAHA Cyclone Update: तूफान महा की आहट, नौसेना ने संभाला मोर्चा, इन इलाकों में अलर्ट

MAHA Cyclone Update अरब सागर पर बना चक्रवाती तूफान महा अब दिशा बदल चुका है। यह तूफान अब गुजरात का रुख करेगा। तूफान का असर आज से गुजरात में दिखाई देने लगेगा।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 07:54 AM (IST)Updated: Tue, 05 Nov 2019 05:41 PM (IST)
MAHA Cyclone Update: तूफान महा की आहट, नौसेना ने संभाला मोर्चा, इन इलाकों में अलर्ट
MAHA Cyclone Update: तूफान महा की आहट, नौसेना ने संभाला मोर्चा, इन इलाकों में अलर्ट

नई दिल्‍ली, एजेंसियां। MAHA Cyclone Update अरब सागर पर बना चक्रवाती तूफान महा अब दिशा बदल चुका है। इसको लेकर मौसम विभाग ने ताजा अलर्ट जारी किया है। यह तूफान अब गुजरात का रुख करेगा। तूफान का असर आज यानी मंगलवार से ही गुजरात में दिखाई देने लगेगा। तूफान से महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दीव के साथ साथ दादर एवं नगर हवेली के कुछ हिस्सों में छह और सात नवंबर तक आंधी के साथ भारी बारिश हो सकती है। तूफान के कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी जिसे देखते हुए मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।

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मुख्‍यमंत्री विजय रुपाणी ने इमरजेंसी सेंटर पर महा चक्रवात की समीक्षा के बाद कहा कि चक्रवात धीमा पड़ रहा है, प्रशासन को राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश दिए गए हैं। आर्मी व वायूसेना को भी स्‍टेंड बाय रखा गया है। रुपाणी ने बताया कि गुजरात की ओर बढ़ रहा महा चक्रवात 7 नवंबर को सुबह दीव व पोरबंदर के बीच समुद्री तट से टकरा सकता है। तटीय इलाकों में एनडीआरएफ की 32 टीमें तैनात की गई है, जबकि 17 टीमें अन्‍य राज्‍यों से बुलाई गई है। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मौसम में बदलाव तथा गीर सोमनाथ, वडोदरा, अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, भावनगर, अमरेली, बोटाद आदि शहरों में भारी वर्षा हो सकती है। चक्रवात पोरबंदर से 680 किमी की दूरी पर है तथा 7 नवंबर तक गुजरात के तट तक पहुंचेगा। सेना के प्रवक्‍ता ने बताया कि वायुसेना ने 10 हेलीकॉप्‍टर तैयार रखे हैं, वहीं नौसेना ने गजराज जहाज सहित तीन जहाज मदद के लिए बुला लिए गए हैं। सेना की कुछ टुकडि़यों को भी राहत व बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है।

समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, CycloneMaha के खतरों को देखते हुए नौसेना ने भी कमर कस ली है। जारी बयान में बताया है कि पश्चिमी नौसेना कमान के जहाज राहत सामग्रियों के साथ राहत कार्यों के लिए तैयार हो गए हैं। यही नहीं गुजरात नेवल एरिया की नौसेना इकाइयां भी इमरजेंसी रिस्पांस टीमों के साथ मुस्‍तैद हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुजरात में तूफान महा के खतरे के मद्देनजर मंगलवार को वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ बैठक करके हालात की समीक्षा की। इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के प्रधानसचिव और प्रधानमंत्री मोदी के मुख्‍य सलाहकार मौजूद थे। 

मौसम का पूर्वानुमान जारी करने वाली निजी एजेंसी स्‍काइमेट वेदर के मुताबिक, तूफान से दक्षिण कोंकण और दक्षिण महाराष्‍ट्र के इलाकों में भी हल्‍की से मध्‍यम बारिश शुरू होने के आसार हैं। लेकिन मध्‍य प्रदेश और राजस्‍थान के बाकी इलाकों में मौसम शुष्‍क रहेगा। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारी बारिश की संभावना है। पूर्वी तटों आंध्र प्रदेश से लेकर तमिलनाडु तक मौसम शुष्‍क रहेगा। तेलंगाना में भी बारिश की संभावना कम है लेकिन तटीय कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल के कई स्‍थानों पर मध्‍यम बारिश हो सकती है।

स्‍काइमेट की ओर से जारी ऑल इंडिया बुलेटिन में कहा गया है कि जम्‍मू-कश्‍मीर के पास से एक पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ रहा है। इससे दिल्‍ली-एनसीआर समेत उत्‍तर भारत के मैदानी इलाकों में उत्‍तर पश्चिमी शुष्‍क हवाएं पहुंचनी शुरू हो गई हैं जिससे राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को प्रदूषण से निजात मिलेगी। यही नहीं एक नया पश्चिमी विक्षोभ भी जम्‍मू-कश्‍मीर के पास आने वाला है जिससे मंगलवार को जम्‍मू-कश्‍मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी होगी। यही नहीं इससे निचले इलाकों में बारिश भी हो सकती है।

स्‍काइमेट के बुलेटिन में बताया गया कि उत्‍तर भारत के मैदानी इलाकों खासकर पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश, उत्‍तराखंड और हिमाचल प्रदेश के निचले इलाकों में मध्‍यम उत्‍तर पश्चिमी हवाएं चलेंगी। वहीं पूर्वी भारत पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन रहा है। इसके प्रभाव से असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड के कुछ इलाकों में हल्‍की बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्‍तर प्रदेश तक पूर्वी भारत के भागों में मौसम शुष्‍क रहेगा और ठंड बढ़ेगी। इसके साथ ही गुजरात के सभी जिलाधिकारियों को तूफान महा से निपटने के लिए मुस्‍तैद रहने को कहा गया है। 

समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने सोमवार को गुजरात, महाराष्ट्र, दमन और दीव में चक्रवात 'महा' से बचाव के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा की। छह नवंबर की रात द्वारका जिले और दीव के बीच चक्रवाती तूफान 'महा' के आने की आशंका है। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता वाली समिति ने बचाव और राहत कायरें की तैयारियों का जायजा लिया और आवश्यकतानुसार अधिकारियों को तत्काल सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए। आइएमडी ने समिति को बताया कि वर्तमान में पूर्व-मध्य अरब सागर पर मंडरा रहा यह चक्रवात उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और आज यानी मंगलवार को इसकी गति और बढ़ने की संभावना है।  


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