IMA Ponzi Scam Case: 24 घंटे में भारत लौटना चाहता है 700 करोड़ की ठगी का आरोपी, जानें क्या है मामला?
IMA Ponzi Scam Case- आइएमए के मुख्य आरोपी मंसूर खान अब भारत वापस लौटना चाहते हैं। घोटाले का खुलासा होने के बाद वो यहां से बाहर चले गए थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। IMA Ponzi Scam Case: आईएमए पोंजी स्कैम केस के मुख्य आरोपी मंसूर खान भारत वापस आने के लिए तैयार हो गया है, वो अगले 24 घंटे भारत वापस आ जाएंगे। एक न्यूज एजेंसी को दिए बयान में मंसूर खान ने अपने भारत वापसी की जानकारी दी। इसी के साथ उसने कहा कि उसका भारत के कानून पर पूरा विश्वास है।
एजेंसी को दिए बयान में मंसूर ने स्वीकार किया कि भारत छोड़ना उसकी सबसे बड़ी भूल थी। मगर उस समय परिस्थितियां ऐसी बन गई थी कि देश छोड़कर जाना पड़ा। मंसूर खान ने कहा कि देश छोड़ने के बाद उसे ये भी नहीं पता है कि इन दिनों उसका परिवार कहां है। अपने परिवार के बारे में भी कुछ पता नहीं है। वो लोग किस हालात में और कहां रह रहे हैं। देश वापस आने के बाद सबसे पहले अपने परिवार से मिलने की इच्छा है।
Mansoor Khan, Main accused in IMA Ponzi Scam Case: God willing,I will return to India in the next 24 hours, I have full faith in Indian judiciary. First of all, leaving India was a big mistake, but circumstances were such that I had to leave. I don't even know where my family is. pic.twitter.com/jMAowWA2oO — ANI (@ANI) July 15, 2019
मालूम हो कि बेंगलुरु में धर्म के नाम पर हजारों लोगों से आइएमए (IMA) ज्वेल्स के प्रबंध निदेशक मंसूर खान पर अरबों रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप था। उन्होंने एक वीडियो जारी करके निवेशकों को ये संदेश दिया था कि वो आत्महत्या करने जा रहे हैं, उसके बाद वो देश छोड़कर चले गए थे। उनके इस वीडियो को जारी करने के बाद ही इस मामले का खुलासा हुआ था। पुलिस के हजारों लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया था।
उसी के बाद से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी। अब मंसूर खान ने अचानक भारत लौटने की इच्छा जताई है। एसआईटी प्रमुख डीसीपी एस गिरीश (S Girish) के नेतृत्व में इस मामले की जांच चल रही है। बेंगलुरु के शिवाजीनगर में IMA(I Monetary Advisory) की शाखाओं पर छापेमारी की गई थी, छापेमारी के दौरान टीम को 13 करोड़ रुपये के 41 किलो गहने, एक पिस्तौल और 50 गोलियां बरामद हुई थी। जांच टीम को कई अहम दस्तावेज भी मिले थे।
इससे पहले आइएमए ज्वेल्स के प्रबंध निदेशक मंसूर खान की तीन पत्नियों के घरों पर केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) ने छापेमारी की। सीसीबी ने मंसूर खान की पहली पत्नी के शिवाजी नगर स्थित आवास पर छापा मारा। उसकी दूसरी और तीसरी पत्नी के तिलक नगर स्थित आवास पर भी छापा मारा गया। इस छापेमारी में निवेश और खान के वित्तीय मामलों से संबंधित दस्तावेज के साथ ही 1.5 किलोग्राम सोना और 2.7 लाख रुपये नकद बरामद किया गया।
बता दें कि मंसूर खान ने शारिया कानून का हवाला देकर ज्यादा रिटर्न का लालच देकर हजारों लोगों से कंपनी में निवेश कराया था। निवेश करने वाले ज्यादातर मुस्लिम हैं। लगभग दो हजार करोड़ रुपये के निवेश का अब तक पता चला है। इसमें 200 करोड़ रुपये तो सिर्फ मुस्लिम महिलाओं द्वारा निवेश किया गया है। आइएमए के खिलाफ अब तक 38 हजार निवेशकों ने शिकायत दर्ज कराई है।
निवेश करने वालों में हर वर्ग के लोग शामिल थे। मंसूर खान ने शारिया का हवाला देकर अधिकतर लोगों से निवेश कराया। कुछ दिनों तक लोगों को निवेश करने पर अच्छा रिटर्न मिलता रहा इससे उनका विश्वास जमता चला गया। एक दूसरे से पता चलने पर निवेश करने वालों की तादाद में इजाफा होता गया। मगर दो माह पहले अचानक से मंसूर खान के आडियो संदेश जारी करने के बाद से हंगामा मच गया, उसके बाद इस मामले की परतें खुलने लगी थी।