आइएमए ने फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स के लिए की कोविड-19 बूस्टर डोज देने की मांग
देश भर में covid-19 के खिलाफ तेजी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। नए वैरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स के लिए कोविड-19 का बूस्टर डोज देने की मांग की है।
नई दिल्ली, आएएआइ। देश भर में covid-19 के खिलाफ तेजी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स के लिए कोविड-19 का बूस्टर डोज देने की मांग की है। देश में ओमिक्रोन वैरिएंट ने दस्तक दे दी है, ऐसे में नया संकट सिर पर मंडराने लगा है, कई कोविड-19 वैक्सीन निर्माताओं ने ओमिक्रोन वैरिएंट से लड़ने के लिए अपनी-अपनी वैक्सीन की क्षमता का आकलन करना शुरू कर दिया है, जिससे जरुरत पड़ने पर नए डोज दिए जा सके।
आइएमए की मांग
नए वैरिएंट के बढ़ते खतरे को देखते हुए आइएमए ने स्वास्थ्य कर्मियों के फ्रंट लाइन वर्कर्स की सुरक्षा को प्राथमिकता पर ध्यान दे की मांग की है। आइएमए के अध्यक्ष डा जे ए जयलाल ने समाचार एजेंसी एएनआइ से हुई बातचीत में बताया, 'यह महत्वपूर्ण है कि सभी स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को उनकी प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए वैक्सीन बूस्टर खुराक दी जाए।' जयलाल ने कहा कि इस साल NEET-PG की काउंसलिंग में हुई देरी के चलते चिकित्सा सुविधाओं को पहले से ही मैन पावर की कमी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। आइएमए अध्यक्ष ने कहा, 'एनईईटी-पीजी काउंसलिंग में देरी के कारण हमारे पास जनशक्ति की कमी है, पीएम को इस देरी को रोकने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए।'
बता दें कि भारत ने 16 जनवरी, 2021 को राष्ट्रव्यापी कोविड -19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की थी, जिसके पहले चरण में केवल स्वास्थ्य कर्मियों को ही टिका दिया गया था, जबकि दूसरे चरण, जो 2 फरवरी, 2021 को शुरु हुआ उसमें फ्रंटलाइन वर्कर्स को भी शामिल करने के लिए टीकाकरण अभियान को बढ़ाया गया था।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी ताजा प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 1 करोड़ 38 लाख 4 हजार 617 स्वास्थ्य कर्मियों ने कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक ले ली है, जबकि 95 लाख 48 हजार 9 को पूरी तरह से टीका लगाया जा चुका है।