खदान विस्फोटकों से थी तबाही मचाने की साजिश
इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) का इरादा इस बार खदानों में प्रयोग होने वाले विस्फोटकों का इस्तेमाल कर देश में तबाही मचाना था। राजस्थान मॉड्यूल की मदद से इस काम के लिए 70 किग्रा गन पाउडर, पांच किग्रा अमोनियम नाइट्रेट और डेटोनेटर की व्यवस्था की गई थी। आइएम संस्थापक रियाज भटकल ने लोकसभा चुनाव से पूर्व तबाही के इस ऑपरेशन की कमान खुद संभाली हुई थी। गिरफ्तार आइएम आतंकी मुहम्मद महरूफ, वकार अजहर और शाकिब अंसारी ने पूछताछ में बताया है कि रियाज बा
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। इंडियन मुजाहिदीन (आइएम) का इरादा इस बार खदानों में प्रयोग होने वाले विस्फोटकों का इस्तेमाल कर देश में तबाही मचाना था। राजस्थान मॉड्यूल की मदद से इस काम के लिए 70 किग्रा गन पाउडर, पांच किग्रा अमोनियम नाइट्रेट और डेटोनेटर की व्यवस्था की गई थी। आइएम संस्थापक रियाज भटकल ने लोकसभा चुनाव से पूर्व तबाही के इस ऑपरेशन की कमान खुद संभाली हुई थी। गिरफ्तार आइएम आतंकी मुहम्मद महरूफ, वकार अजहर और शाकिब अंसारी ने पूछताछ में बताया है कि रियाज बार-बार उन्हें पुलिस से सचेत रहने को कहता था। वह जल्द से जल्द धमाकों को अंजाम दिलवाना चाहता था।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, विस्फोटकों का इंतजाम जोधपुर पुलिस की गिरफ्त में मौजूद आतंकी बरकत अली ने किया था। शाकिब अंसारी और बरकत पहले जोधपुर में चीरघर स्थित एक ही मोहल्ले में रहते थे। करीब चार साल से दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे। शाकिब ने बताया कि महरूफ के माध्यम से परिचय होने के बाद रियाज भटकल से उसकी सीधे बातचीत होने लगी थी। रियाज ने उससे जेहाद के लिए विस्फोटकों का इंतजाम करने को कहा। उसने करीब छह माह पूर्व बरकत अली से इसका जिक्र किया। शाकिब ने बिल्डर बरकत अली को आइएम से अपने संपर्क के बारे में भी बताया था। बरकत यह जानकर काफी प्रभावित हुआ। उसने भी जेहाद की लड़ाई में पूरा साथ देने की बात कही थी। जांच में सामने आया है कि बरकत के साथ शाकिब मुंबई भी गया था।
माना जा रहा है कि दोनों हवाला के जरिये भेजी गई रकम लेने वहां गए थे। महरूफ और वकार ने बताया कि उन्होंने बम बनाने के लिए जयपुर के अजमेरी गेट इलाके में स्थित रेडियो मार्केट से सर्किट व अन्य चीजें खरीदी थीं। अधिकारियों के अनुसार तहसीन ने तीनों को बम बनाने का प्रशिक्षण दिया था।