कोरोना के चलते आइआइटी बांबे के दीक्षा समारोह में छात्रों को दी गई डिजिटल मोड में डिग्री
किसी की सजीव मौजूदगी के बिना भी दीक्षा समारोह की जीवंतता बनाए रखने की पूरी कोशिश की गई।
मुंबई, एजेंसियां। कोरोना संक्रमण की महामारी के इस दौर में जबकि शिक्षण संस्थान बंद हैं, आइआइटी बांबे ने छात्रों को डिग्री प्रदान करने के लिए रविवार को डिजिटल दीक्षा समारोह का आयोजन किया। संस्थान की तरफ से पहली बार आयोजित इस वर्चुअल समारोह में न तो छात्र उपस्थित थे, न ही अतिथि, लेकिन डिग्री हासिल करने वाले छात्रों के एहसास को बनाए रखने की भरपूर कोशिश की गई।
कोरोना के चलते आइआइटी बांबे के डिजिटल दीक्षा समारोह में छात्रों को मिली डिग्री
आइआइटी बांबे ने बताया, 'कोरोना काल में सुरक्षा उपायों के मद्देनजर संस्थान ने डिग्री पाने वाले छात्रों के लिए दीक्षा समारोह का आयोजन वर्चुअल रियलिटी मोड में करने का फैसला किया। किसी प्रतिष्ठित संस्थान से डिग्री हासिल करना छात्र के लिए बड़ी उपलब्धि और गौरव की बात होती है। आइआइटी बांबे छात्रों के इस एहसास को कोरोना संक्रमण के कारण दबने नहीं देना चाहता था, इसलिए डिजिटल दीक्षा समारोह का आयोजन किया गया।'
मंच पर मुख्य अतिथि का ऑनलाइन अवतार (डिजिटल डमी) उपस्थित रहा
संस्थान की तरफ से बताया गया कि यह दीक्षा समारोह पूरी तरह वर्चुअल रहा। इसमें डिग्री पाने वाले स्नातक छात्रों से लेकर उसे प्रदान करने वाले मुख्य अतिथि व संस्थान के निदेशक प्रोफेसर सुभाशीष चौधरी तक के ऑनलाइन अवतार तैयार किए गए थे। यानी मंच पर मुख्य अतिथि का ऑनलाइन अवतार (डिजिटल डमी) उपस्थित रहा तथा उद्घोषणा के अनुरूप बारी-बारी से छात्रों के डिजिटल अवतार मंच पर पहुंचते रहे और उन्हें मेडल व डिग्रियां प्रदान की जाती रहीं।
जब डिग्रियां प्रदान की जा रही थीं तब छात्रों के डिजिटल अवतार तालियां और सीटी बजा रहे थे
जब डिग्रियां प्रदान की जा रही थीं तब दर्शक दीर्घा में मौजूद छात्रों के डिजिटल अवतार तालियां और सीटी बजा रहे थे। कुल मिलाकर किसी की सजीव मौजूदगी के बिना भी दीक्षा समारोह की जीवंतता बनाए रखने की पूरी कोशिश की गई।