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आइआइएम इंदौर अब टिकटॉक के साथ नहीं करेगा काम, विकल्प की तलाश शुरू

सरकार द्वारा टिकटॉक सहित 59 चायनीज एप पर पाबंदी लगाने के बाद आइआइएम इंदौर का कहना है कि भारत में बंद हो चुके एप के साथ काम करने का अब कोई औचित्य नहीं रहा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 02 Jul 2020 10:11 PM (IST)Updated: Thu, 02 Jul 2020 10:11 PM (IST)
आइआइएम इंदौर अब टिकटॉक के साथ नहीं करेगा काम, विकल्प की तलाश शुरू
आइआइएम इंदौर अब टिकटॉक के साथ नहीं करेगा काम, विकल्प की तलाश शुरू

गजेंद्र विश्वकर्मा, इंदौर। भारतीय प्रबंध संस्थान (आइआइएम) इंदौर ने तय किया है कि वह अब टिकटॉक के साथ काम नहीं करेगा। भारत सरकार द्वारा टिकटॉक सहित 59 चायनीज एप पर पाबंदी लगाने के बाद संस्थान का कहना है कि भारत में बंद हो चुके एप के साथ काम करने का अब कोई औचित्य नहीं रहा। आइआइएम इंदौर और टिकटॉक के बीच जनवरी 2020 में समझौता हुआ था। इसके तहत दोनों संस्थान मिलकर शिक्षा और जागरूकता बढ़ाने वाले शॉर्ट वीडियो संदेश तैयार करने वाले थे। इसके तहत संस्थान के विद्यार्थियों के लिए भी ज्ञानवर्धक वीडियो बनाए जाने थे। 

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शिक्षा और जागरूकता के शॉर्ट वीडियो बनाने को लेकर हुआ था करार

इंदौर मैनेजमेंट एसोसिएशन (आईएमए) के सालाना सम्मेलन के मौके पर टिकटॉक फॉर गुड इंडिया की हेड शुभी चतुर्वेदी और आइआइएम इंदौर के निदेशक प्रो. हिमांशु राय के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ था। अब संस्थान ने विकल्प तलाशना शुरू कर दिए हैं। वीडियो बनाने के लिए संस्थान की बातचीत मध्य प्रदेश सरकार और प्राइवेट संस्थानों से चल रही है। प्रो. राय का कहना है कि जल्द नए समझौते की जानकारी दी जाएगी।

काम शुरू होने के पहले ही रोक 

भारत में टिकटॉक एप बंद होते ही समझौता अपने आप हआ निष्क्रि‍य 

प्रो. राय का कहना है टिकटॉक के साथ हमने शिक्षा के प्रचार-प्रसार के मकसद से समझौता किया था। चूंकि टिकटॉक भी अपने उत्पाद को ज्ञानवर्धक बनाने की ओर अग्रसर था। ऐसे में दोनों संस्थानों ने सकारात्मक पहल के लिए कदम बढ़ाया था। शिक्षा और अन्य विषयों के जो ज्ञानवर्धक शॉर्ट वीडियो बनाए जाने थे उसका काम अभी शुरू नहीं हुआ था इसलिए संस्थान पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। भारत में टिकटॉक एप बंद होते ही समझौता भी अपने आप निष्क्रि‍य माना जाएगा। 

निशुल्क शिक्षा पर काम करना चाहता है संस्थान

प्रो. राय का कहना है कि शहरों और दूरदराज के विद्यार्थियों के लिए ज्ञानवर्धक वीडियो बनाने के लिए आइआइएम इंदौर काम करना चाहता है। बच्चों की नींव मजबूत हो इसके लिए यह जरूरी है कि उन्हें दुनियाभर की जानकारी पहुंचाई जाए। हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में अलग-अलग विषयों पर वीडियो बनाए जाएंगे। इसे किसी ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से या वाट्सएप के द्वारा प्रसारित किया जाएगा। ये वीडियो पूरी तरह निशुल्क देखे जा सकेंगे।


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