मोबाइल पर पोर्न देखने की लत कहीं भारी न पड़ जाए
देश में स्मार्टफोन और मोबाइल इंटरनेट के फैल जाने के बाद एक बड़े तबके तक ऑनलाइन पोर्नोग्राफी की पहुंच हो गई है। मोबाइल में इसे अपनी सुविधा के समय किसी भी स्थान पर देखना संभव हो गया है।
नई दिल्ली। देश में स्मार्टफोन और मोबाइल इंटरनेट के फैल जाने के बाद एक बड़े तबके तक ऑनलाइन पोर्नोग्राफी की पहुंच हो गई है। मोबाइल में इसे अपनी सुविधा के समय किसी भी स्थान पर देखना संभव हो गया है।
मगर, कई ऐप के जरिये यूजर्स की ब्राउजिंग पर हैकर्स लगातार नजर रख रहे हैं। ताकि वे ब्लैकमेलिंग या फाइनेंशियल ट्राजेक्शन की जानकारी चुराकर ठगी कर सकें। इसके अलावा कई ऑनलाइन कंपनियां भी यूजर्स की ब्राउजिंग को ट्रैक करती हैं। इसके जरिये वे तय करती हैं कि किसी यूजर को कैसे विज्ञापन ऑनलाइन दिखाए जाने चाहिए।
इसके अलावा ऐशले मैडिसन जैसी साइट्स के मामले भी सामने आए हैं। यह एक ऑनलाइन डेटिंग साइट थी, जिसके जरिये लोग विवाहेत्तर संबंध बना सकते थे। इसके यूजर्स का डेटा लीक होने के बाद लाखों लोगों के नाम सामने आए, जिनमें से कुछ लोगों ने आत्महत्या तक कर ली। वहीं, कुछ लोगों को ब्लैकमेल भी किया गया।
पेड पोर्न देखने के शौकीन लोगों या ऐशले मैडिसन जैसी साइट्स के रजिस्टर्ड यूजर्स पर हैकर्स की भी नजर होती है। किसी अनसिक्योर्ड वेबसाइट पर क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की डिटेल देने के बाद आप ब्लैकमेलिंग या ठगी के शिकार बन सकते हैं।