मनीष तिवारी बोले, शिवराज को छोड़ देना चाहिए सीएम की कुर्सी
मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाले के साक्ष्य हाथ लगने के बाद कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर हमले तेज कर दिए हैं। सोमवार को कांग्रेस नेाओं ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को व्यापम घोटाले में लिप्त बताया। अब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी का कहना है कि अगर
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश में व्यापम घोटाले के साक्ष्य हाथ लगने के बाद कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर हमले तेज कर दिए हैं। सोमवार को कांग्रेस नेाओं ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को व्यापम घोटाले में लिप्त बताया। अब कांग्रेस नेता मनीष तिवारी का कहना है कि अगर शिवराज सिंह पर आरोप लगे हैं, तो उन्हें मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। साथ ही तिवारी ने जम्मू-कश्मीर में पीडीपी और भाजपा के मिलकर सरकार बनाने पर भी कटाक्ष किया है।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि व्यापम घोटाले में खुद शिवराज भी शामिल थे। शिवराज सिंह का नाम हटाकर उमा भारती का नाम इस घोटाले में शामिल किया गया है। हालांकि शिवराज सिंह ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। लेकिन मनीष तिवारी का कहना है, 'अगर शिवराज सिंह चौहान पर कोई आरोप लगे हैं तो मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। इससे व्यापम घोटाले की जांच में सुविधा होगी।'
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने मुखपत्र 'पांचजन्य' में दिल्ली विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की करारी शिकस्त के लिए मुख्यमंत्री पद की दावेदार किरण बेदी को जिम्मेदार ठहराया है। संघ ने किरण बेदी को मुख्यमंत्री पद की दावेदार बनाने को भाजपा की बड़ी भूल माना है। इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मनीष तिवारी ने कहा, 'अरे, आप बस छह महीने और रुक जाइए। आपको यह लाइन पढ़ने को मिलेगी कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनाना हमारी सबसे बड़ी मूर्खता थी।'
जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर भाजपा और पीडीपी में बातचीत अंतिम दौर में चल रही है। हालांकि कांग्रेस नेता मनीष तिवारी को नहीं लगता कि ऐसा कभी हो सकता है। उनका कहना है, 'अगर कभी पीडीपी और भाजपा एक साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाते हैं, तो इसका मतलब होगा कि सूर्य पूर्व ने नहीं पश्चिम से मिकला है।'
महाराष्ट्र में लेफ्ट के नेता गोविंद पानसरे पर हुए जानलेवा हमले से सभी सकते में हैं। मनीष तिवारी का कहना है, 'गोविंद पानसरे और उनकी पत्नी पर जो जानलेवा हमला हुआ, वो दुर्भाग्यपूर्ण है। महाराष्ट्र सरकार को इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए।' हालांकि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस का कहना है कि गोविंद पानसरे पर हमला करने वाले बदमाशों को पकड़ने के लिए पुलिस की दस टीमों का गठन किया गया है। बहुत जल्द आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
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