नहीं हटते तो हटा दिए जाते केजरीवाल
रेल भवन के पास सोमवार से धरने पर बैठे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रति मंगलवार शाम को दिल्ली पुलिस के तेवर तीखे थे। इसकी एक वजह शाम पौने चार बजे के करीब भड़की भीड़ द्वारा पुलिस अधिकारियों के साथ की गई बदसुलूकी भी था। अभी तक धैर्य से काम ले रही पुलिस इस घटना से खासी नाराज थी। शाम के समय पुलिस ने भी साफ क
नई दिल्ली। रेल भवन के पास सोमवार से धरने पर बैठे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के प्रति मंगलवार शाम को दिल्ली पुलिस के तेवर तीखे थे। इसकी एक वजह शाम पौने चार बजे के करीब भड़की भीड़ द्वारा पुलिस अधिकारियों के साथ की गई बदसुलूकी भी था। अभी तक धैर्य से काम ले रही पुलिस इस घटना से खासी नाराज थी। शाम के समय पुलिस ने भी साफ कर दिया कि कानून व्यवस्था का पालन हर हाल में होगा।
पुलिस के तेवर से संकेत साफ था कि केजरीवाल व समर्थक नहीं हटते हैं तो उन्हें जबरन हटा दिया जाएगा। शाम पौने चार के करीब भीड़ में शामिल लोगों द्वारा पुलिस अधिकारियों से की गई अभद्रता के बाद घटनास्थल पर मौजूद दैनिक जागरण संवाददाता से बातचीत में संयुक्त पुलिस आयुक्त मुकेश मीणा ने साफ किया कि अब अराजकता बर्दाश्त से बाहर है। धरना प्रदर्शन में शामिल लोग बैरिकेड तोड़ रहे हैं। पुलिस की पिटाई कर रहे हैं। पुलिस पर पत्थर फेंक रहे हैं। कई पुलिस वाले घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारी कानून व्यवस्था बिगाड़ रहे हैं।
संवाददाता द्वारा यह पूछे जाने पर कि यदि इसी तरह प्रदर्शनकारियों की गतिविधि जारी रहती है तो क्या पुलिस रात में कार्रवाई करेगी? इस पर मीणा ने कहा कि पुलिस रात में कोई कार्रवाई नहीं करेगी। मगर उन्हें फिर से संदेश दे दिया गया है कि धरनास्थल खाली करें।
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यह कहां तक ठीक है कि अतिविशिष्ट क्षेत्र में धरना दिया जाए और इससे हजारों लोगों को परेशान किया जाए। बुधवार को गणतंत्र दिवस की परेड की रिहर्सल होनी है। इसके मद्देनजर भी व्यवस्था दुरुस्त रखना है। जिसके चलते पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से क्षेत्र को खाली करने को कहा है। -मुकेश मीणा, संयुक्त पुलिस आयुक्त
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