प्रधानमंत्री मोदी पर कुछ भी बोलेंगे, समस्या ही होगी: रघुराम राजन
अगले महीने रिटायर होने जा रहे आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि वह पीएम पर कुछ नहीं बोलेंगे क्योंकि दिक्कत हो जाएगी।
लंदन, प्रेट्र। अगले महीने पद छोड़ रहे भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन का मानना है कि अगर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कुछ भी बोलेंगे, उससे समस्या ही होगी। राजन समय-समय पर सरकार की आलोचना करने के लिए चर्चाओं में रहे हैं। आरबीआइ में अपने कार्यकाल के दौरान राजन सरकार के फ्लैगशिप प्रोग्राम मेक इन इंडिया और दूसरे तमाम विषयों पर अपने खुले विचारों के लिए विवादों में घिर गए।
बीबीसी पर प्रसारित इंटरव्यू में जब उनसे मोदी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके विचार से उन्हें इस सवाल पर कोई जवाब नहीं देना चाहिए। वह इस पर कुछ भी कहेंगे, उससे समस्या पैदा होगी। राजन चार सितंबर को आरबीआइ गवर्नर का पद छोड़कर वापस शिकागो यूनीवर्सिटी में फाइनेंस के प्रोफेसर के तौर पर चले जाएंगे। गवर्नर के तौर पर तीन साल के कार्यकाल के लिए वह लंबी छुट्टी पर हैं।
अध्यापन में वापस लौटने के फैसले के बाद माना जा रहा था कि सार्वजनिक तौर पर उनके बयानों के कारण सरकार को कई बार परेशानी हुई। दूसरे कार्यकाल के लिए उनकी पुनर्नियुक्ति में यह भी एक बाधा के तौर पर देखी गई। भारतीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) के पूर्व चीफ इकोनॉमिस्ट राजन ने राजनीति में उतरने से भी इन्कार किया है। राजनीति के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने जवाब दिया कि यह एक ऐसा स्थान है जहां उनकी पत्नी की सलाह सपाट 'ना' में होती है।
भारत से सर्वाधिक वांछित व्यक्तियों की सूची में स्थान पाने के बारे में पूछे जाने पर राजन ने कहा कि बेहतर होता अगर उन्हें इस सूची में उस समय स्थान मिलता जब वह 25 साल के थे।खुद को रॉकस्टार बैंकर बताये जाने पर उन्होंने कहा कि यह अतिश्योक्ति हैं। वास्तव में वह नीरस व्यक्ति हैं। गत दिवस राजन ने एक अन्य इंटरव्यू में कहा था कि वह कार्यकाल विस्तार चाहते थे लेकिन राजनीतिक हमले होने के कारण इस पर बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई।