जानिए, हत्यारों को किस नाम से कराई गई थी वामपंथी पत्रकार गौरी लंकेश की पहचान
एसआइटी ने कहा कि अगस्त 2016 में गोवा स्थित सनातन संस्था के साहित्य से प्रभावित 18 लोगों के गिरोह को लंकेश की पहचान कराई गई थी।
बेंगलुरु, प्रेट्र। हत्या करने वाले गिरोह के सदस्यों को पत्रकार गौरी लंकेश की पहचान 'दुर्जन' के रूप में कराई गई थी। बता दें कि वामपंथी विचारधारा की समर्थक पत्रकार गौरी लंकेश की पिछले साल पांच सितंबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
एसआइटी ने अतिरिक्त चार्जशीट दाखिल करने के बाद जांच की प्रगति का विवरण दिया है। एसआइटी ने कहा कि अगस्त 2016 में गोवा स्थित दक्षिणपंथी संगठन 'सनातन संस्था' के साहित्य से प्रभावित 18 लोगों के गिरोह को लंकेश की पहचान 'दुर्जन' के तौर पर कराई गई थी। खास बात यह है कि संस्था के साहित्य 'क्षत्रिय धर्म साधना' में उनके भाषणों और लेखों केआधार पर उन्हें यही नाम दिया गया था। एसआइटी ने यह भी बताया है कि लंकेश को मारने का प्रयास पहले चार सितंबर को किया गया था।
संदिग्धों का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का प्रयोग
विशेष जांच टीम ने बताया कि हत्या में शामिल संदिग्ध लोगों और वाहनों का पता लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल किया गया था। इसकी मदद से ही बेंगलुरु सिटी पुलिस द्वारा प्रमुख सड़कों और जंक्शनों पर स्थापित सीसीटीवी कैमरों से हासिल वीडियो डाटा से प्राप्त फुटेज की तुलना की जा सकी। एसआइटी ने कहा कि जांच के दौरान उसने 2500 से अधिक लोगों से पूछताछ करने के साथ ही 10 हजार संदिग्ध दोपहिया वाहनों का पता लगाया और उनके मालिकों से पूछताछ की।