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Madhya Pradesh: बीमार मां की दिन-रात सेवा के लिए आइएएस बेटे ने छोड़ी कलेक्टरी, पर वह बच न सकीं

2013 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के आइएएस अनूप कुमार सिंह ने पिछले दिनों अपनी कलेक्टरी इसलिए ठुकरा दी थी क्योंकि उनके लिए बीमार मां की सेवा करना ज्यादा महत्वपूर्ण था। उन्होंने दिन-रात मां की सेवा की भी मगर 35 दिन तक संघर्ष के बाद मां रामदेवी का निधन हो गया।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Wed, 19 May 2021 01:25 AM (IST)Updated: Wed, 19 May 2021 06:57 AM (IST)
Madhya Pradesh: बीमार मां की दिन-रात सेवा के लिए आइएएस बेटे ने छोड़ी कलेक्टरी, पर वह बच न सकीं
मप्र के जबलपुर में अपर कलेक्टर के पद पर पदस्थ हैं आइएएस अनूप सिंह।

ग्वालियर, राज्य ब्यूरो। 2013 बैच के मध्यप्रदेश कैडर के आइएएस अनूप कुमार सिंह ने पिछले दिनों अपनी कलेक्टरी इसलिए ठुकरा दी थी, क्योंकि उनके लिए बीमार मां की सेवा करना ज्यादा महत्वपूर्ण था। उन्होंने दिन-रात मां की सेवा की भी, मगर 35 दिन तक ग्वालियर के अस्पताल में संघर्ष के बाद उनकी मां रामदेवी का मंगलवार को निधन हो गया।

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जबलपुर में अपर कलेक्टर अनूप सिंह को दमोह का कलेक्टर नियुक्त किया गया था

अनूप कुमार सिंह जबलपुर में अपर कलेक्टर के पद पदस्थ हैं। हाल ही में सात मई को मध्य प्रदेश शासन ने उन्हें दमोह जिले का कलेक्टर पदस्थ करने के आदेश जारी किए थे, लेकिन बीमार मां की सेवा के लिए सिंह ने पहली बार मिलने जा रही कलेक्टरी को अस्वीकार करते हुए ज्वाइन करने में असमर्थता जता दी थी। शासन ने उनकी स्थिति जानने के बाद आदेश में बदलाव कर उन्हें जबलपुर में ही पदस्थ रखा था।

 मां का इलाज करवाना मेरी प्राथमिकता

आइएएस अधिकारी अनूप कुमार सिंह कानपुर के रहने वाले हैं 

आइएएस सिंह मूलत: उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले हैं। इटावा में भी घर है। बीमारी के दौरान उनकी मां इटावा में ही थीं। उनके परिवार में पिता और तीन बहनें हैं। एक बहन की शादी हो चुकी है। फरवरी, 2019 में अनूप कुमार सिंह ग्वालियर में बतौर अपर कलेक्टर पदस्थ हुए और 14 जून, 2020 तक रहे।

बीमार मां ग्वालियर के निजी अस्पताल में भर्ती थीं, नौ दिनों से वेंटिलेटर पर थीं

13 अप्रैल, 2021 को उनकी 67 वर्षीय मां रामदेवी की तबीयत बिगड़ी तो ग्वालियर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। पहले कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई फिर बाद में पाजिटिव आने के बाद फिर एक बार निगेटिव हो गई थी। पिछले नौ दिनों से अनूप कुमार सिंह की मां वेंटिलेटर पर थीं और डायलिसिस चल रहा था। डाॅक्टरों ने पूरा प्रयास किया, लेकिन मंगलवार सुबह उनका निधन हो गया।

आइएएस बेटे ने सब छोड़कर मां की सेवा की, सारे प्रयास किए पर बचा नहीं सके

सिंह ने सारे काम छोड़कर मां की सेवा में लगे रहे और पूरे प्रयास किए। निधन के बाद उनकी मां के शव को कानपुर ले जाया गया। ग्वालियर निगमायुक्त शिवम वर्मा भी अंतिम संस्कार में कानपुर पहुंचे।

जबलपुर नगर निगम में कमिश्नर भी रहे

आईएएस अनूप कुमार सिंह इस वक्त मध्य प्रदेश के जबलपुर में बतौर अपर कलेक्टर तैनात हैं। इससे पहले सिंह जबलपुर नगर निगम में कमिश्नर भी रह चुके हैं। सात मई को मध्य प्रदेश सरकार ने अनूप कुमार सिंह का तबादला दमोह जिला कलेक्टर पद पर किया गया। इनके साथ ही चार अन्य आईएएस अधिकारियों के भी तबादले हुए।

आईएएस अनूप कुमार सिंह की जीवनी

14 मई 1987 को जन्मे अनूप कुमार सिंह वर्ष 2013 कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। ये मूलरूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के रहने वाले हैं। बेहद शांत एवं सरल स्वभाव के हैं। काम को लेकर हमेशा सख्त रहते हैं। जबलपुर में कमिश्नर रहते हुए अनूप सिंह ने कई उल्लेखनीय कार्य किए थे। जबलपुर अपर कलेक्टर पद पर अनूप कुमार सिंह दो फरवरी 2021 से सेवाएं दे रहे हैं।


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