छत्तीसगढ़ में अफसरों में राजनीति में आने की होड़, जानें कौन सा अफसर हुआ शामिल
चुनावी साल में सरकारी अधिकारियों को अपने पाले में लाने के लिए कांग्रेस-भाजपा में रस्साकसी हो रही है।
नईदुनिया, रायपुर। छत्तीसगढ़ के आइएएस और आइपीएस अधिकारियों में राजनीति में आने की होड़ मच गई है। रविवार को रिटायर्ड आइएएस अफसर सरजियस मिंज कांग्रेस में शामिल हुए। कहा जा रहा है कि कई और अधिकारी भी लाइन में हैं। कांग्रेस नेताओं का दावा है कि कई रिटायर्ड अधिकारी उनकी पार्टी में आने वाले हैं, जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक कह रहे हैं कि उनके पास कई आइएएस और आइपीएस का बायोडाटा पड़ा है। देख रहे हैं कि किसे लें और किसे नहीं।
कुनकुरी विस क्षेत्र से दावेदारी की चर्चा
मिंज ने तीन बार यूपीएससी की परीक्षा पास की। 1977 में आइएफएस फिर आइपीएस और 1978 में आइएएस बने। अविभाजित मध्य प्रदेश में कई बड़े पदों पर रहने के बाद छत्तीसगढ़ में अतिरिक्त मुख्य सचिव, मुख्य राज्य सूचना आयुक्त भी रहे। मिंज का कहना है कि कांग्रेस ही आजादी के बाद देश को विकास की ओर ले गई। मिंज की कुनकुरी विस क्षेत्र से दावेदारी की चर्चा है।
भाजपा-कांग्रेस में रस्साकसी
चुनावी साल में सरकारी अधिकारियों को अपने पाले में लाने के लिए कांग्रेस-भाजपा में रस्साकसी हो रही है। मिंज के पहले रिटायर्ड आइएएस आरपीएस त्यागी, इस्तीफा देने वाले डीएसपी विभोर सिंह व निरीक्षक गिरिजा शंकर जौहर कांग्रेस में गए। रिटायर्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी केआर सोनवानी भी कांग्रेस के संपर्क में हैं। इधर, भाजपा ने तो अपने पाले में लाने के लिए रायपुर कलेक्टर ओपी चौधरी का इस्तीफा ही दिला दिया।