नई दिल्ली। आइएएस अफसर डीके रविकुमार की मौत के मामले में एक नया खुलासा हुआ है। पता चला है कि रवि ने मौत से पहले एक महिला आइएएस अधिकारी को एक घंटे में 44 बार फोन किया था। ये आइएएस अधिकारी 2009 में रवि की बैचमेट बताई जाती है। रवि की कॉल डिटेल की जांच में ये बात सामने आई है।
पुलिस के मुताबिक, महिला आइएएस अधिकारी रवि को अपनी ट्रेनिंग के दिनों से जानती थीं। इस मामले में उससे भी पूछताछ की गई है। ये महिला अधिकारी रोहिणी दक्षिणी कर्नाटक में तैनात है। पुलिस के मुताबिक, रवि ने मौत के दिन उसे एक घंटे में 44 बार फोन किया था।
इधर, रवि की मौत को परिजन आत्महत्या मानने को तैयार नहीं हैं। कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच सीआईडी को सौंपी है। सियासी दल व रवि के परिजन सीबीआई की मांग पर अड़े हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इस महिला आइएएस अधिकारी की उपलब्धियों के बारे में रवि अपने फेसबुक एकाउंट पर भी अक्सर लिखा करते थे। रवि की शादी के पहले से महिला अधिकारी उनकी मित्र थीं।
गौरतलब है कि आइएएस अफसर डीके रविकुमार सोमवार शाम को यहां अपने दक्षिण बेंगलुर के तावरेकेरे स्थित मादीवाला अपार्टमेंट में मृृत पाए गए थे। पुलिस के अनुसार, उनका शव घर के बेडरूम में पंखे से लटका पाया गया। बताया जा रहा है कि रेत माफिया के खिलाफ आवाज उठाने वाले रवि को अक्सर धमकी भरे फोन भी आते थे। प्राथमिक जांच में पुलिस इसे आत्महत्या मान रही है।
पिछले साल अक्टूबर में रवि का कोलार जिले में डिप्टी कमिश्नर के तौर पर तबादला कर दिया गया था, जिसका काफी विरोध भी किया गया था।
पढ़ेंः कर्नाटक सरकार की सीबीआइ जांच से इंकार