हैदराबाद: महिला डॉक्टर के साथ हुई दरिंदगी पर भड़का लोगों का गुस्सा, कहा- दया नहीं जल्द मिले न्याय
तमिलनाडु में 26 वर्षीय महिला के साथ हुए दुष्कर्म और जिंदा जलाने की घटना के बाद स्थानीय निवासी लोगों का गुस्सा अब बढ़ता जा रहा है।
हैदराबाद, पीटीआइ। तमिलनाडु में एक महिला डॉक्टर के साथ यौन उत्पीड़न कर उसे जिंदा जलाने के बाद से हैदराबाद के लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। रविवार को कॉलोनी के लोगों ने पीड़ित परीवार से मुलाकात करने के लिए आ रहे राजनीतिक और बाकी लोगों के मिलने पर रोक लगा दी है।
कॉलोनी के गेट पर नो मीडिया नो आउटसाइडर के पोस्टर
स्थानीय निवासी लोगों ने कॉलोनी का मुख्य गेट बंद कर दिया है। साथ ही गेट पर एक पोस्टर लगा दिया है। जिसमें उन्होंने लिखा है नो मीडिया, नो सिंपेथी (दया), नो एक्शन, नो आउटसाइडर, सिर्फ जस्टिस। घटना की निंदा करते हुए, एक महिला ने पूछा कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अब तक इस घटना पर प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी है।
मुख्यमंंत्री से जल्द न्याय की मांग
पुलिस ने कहा है कि उन्होंने उन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने अपने अपराध को कबूल किया है। मुख्यमंत्री जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित क्यों नहीं कर रहे हैं? जैसे लड़की के साथ किया गया वैसा ही इलाज उनके (आरोपी) लोगों को क्यों नहीं दिया जा रहा है। एक अन्य महिला ने पूछा कि प्रधानमंत्री ने अभी तक घटना पर ट्वीट क्यों नहीं किया है। सीपीआई (एम) के पूर्व विधायक जे रंगा रेड्डी और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं, जिन्हें निवासियों द्वारा वापस जाने के लिए कहा गया था, उन्होंने पीटीआई को बताया कि उन्होंने और उनके सहयोगियों ने परिवार को अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए काफी देर तक कॉलोनी के गेट पर चक्कर लगाया।
कई लोगों ने की पीड़ित परिवार से मुलाकात
नेता ने मांग की कि मुख्यमंत्री महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं। गुरुवार को दुखद घटना के बाद से कुछ फिल्म अभिनेताओं सहित कई नेताओं और अन्य लोगों ने पीड़ित परिवार के सदस्यों से बातचीत की है। जानकारी के लिए बता दें कि राजकीय अस्पताल में सहायक पशुचिकित्सक के रूप में काम करने वाली महिला का शव लापता होने के एक दिन बाद 28 नवंबर की सुबह शादनगर में एक पुल के नीचे मिला था।