स्टिंग मामले में गिलानी ने नईम खान को हुर्रियत से निकाला
स्टिंग में कश्मीर में हालात बिगाड़ने के लिए पाकिस्तान से पैसा लेने की बात कुबूलने के बाद गिलानी ने शनिवार को नईम को हुर्रियत से निलंबित कर दिया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। अलगाववादी नईम अहमद खान पर अब स्टिंग ऑपरेशन भारी पड़ने लगा है। एनआइए ने जहां नईम को हिरासत में लेने की तैयारी शुरू कर दी है, वहीं कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी ने नईम को हुर्रियत से बाहर का रास्ता दिखाते हुए उनकी प्राथमिक सदस्यता को निलंबित कर दिया है। नईम को पिछले साल ही गिलानी ने कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस का प्रांतीय प्रधान नियुक्त किया था। स्टिंग में कश्मीर में हालात बिगाड़ने के लिए पाकिस्तान से पैसा लेने की बात कुबूलने के बाद गिलानी ने शनिवार को नईम को हुर्रियत से निलंबित कर दिया।
गौरतलब है कि कट्टरपंथी हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रांतीय प्रधान और नेशनल फ्रंट के चेयरमैन नईम अहमद खान समेत तीन हुर्रियत नेताओं का एक वीडियो निजी टीवी चैनल ने गत दिनों प्रसारित किया था। इसमें नईम अहमद खान ने कश्मीर में हालात बिगाड़ने, स्कूलों को जलाने में हुर्रियत की भूमिका का उल्लेख करते हुए पाकिस्तान व लश्कर सरगना हाफिज सईद से पैसा लेने बात स्वीकारी है।
गिलानी ने कहा कि हमने नईम खान के मामले पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई थी। इसमें नईम खान को भी हिस्सा लेना था, लेकिन पुलिस ने बैठक नहीं होने दी। हालांकि नईम ने मीडिया के जरिए अपना पक्ष रखा है, लेकिन बतौर चेयरमैन यह मेरी जिम्मेदारी है कि मामले की जांच कर सच्चाई लोगों तक लाई जाए। जब तक जांच पूरी नहीं होती नईम खान व उनके संगठन की हुर्रियत कांफ्रेंस में एलओसी के आर-पार की इकाइयों में प्राथमिक सदस्यता निलंबित रहेगी।
गिलानी ने कहा कि हम अपनी तहरीक चलाने के लिए वित्तीय मदद स्थानीय स्तर पर ही जुटाते हैं। उन्होंने कहा कि 2016 में जो लोग सड़कों पर आए, वह अचानक ही बुरहान की मौत से प्रभावित होकर आए थे। इसमें पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं था।
नईम खान ने दी सफाई
'कश्मीर में जारी तहरीक में पाक की भूमिका और सहयोग को हम क्यों नकारें। वह इस विवाद का एक प्रमुख पक्षकार है। वह ¨हदोस्तान के खिलाफ कश्मीरियों का सियासी और नैतिक समर्थन कर रहा है।'
-नईम खान, अलगाववादी नेता
अलगाववादियों की बैठक नाकाम
पाकिस्तान और लश्कर से पैसे लेकर कश्मीरी नौजवानों को बंदूक थमाने की असलियत सामने आने से हताश अलगाववादी खेमे की शनिवार को सफाई देने के लिए कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी के निवास पर होने वाली बैठक पुलिस ने नहीं होने दी।
नईम खान के इस वीडियो के सामने आने के बाद से जहां एनआइए ने अलगाववादियों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। वहीं अलगाववादियों ने आम लोगों में अपनी छीछलेदार से बचने की रणनीति तय करने के लिए शनिवार को गिलानी के घर एक बैठक बुलाई थी, लेकिन पुलिस ने अलगाववादी नेताओं को गिलानी के घर में यह कहकर दाखिल नहीं होने दिया कि गिलानी नजरबंद हैं और वह अपने परिवार के सदस्यों के अलावा किसी अन्य से नहीं मिल सकते।
अलगाववादियों के खिलाफ पहली बार कार्रवाई
राज्य ब्यूरो, जम्मू : प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि 25 साल में पहली बार एनआइए ने कश्मीर के अलगाववादियों के खिलाफ कार्रवाई की है।
जम्मू में पत्रकारों से बातचीत करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि हमेशा से ही अलगाववादियों के खिलाफ पाकिस्तान से फंड लेने के आरोप लगते रहे हैं और सुबूत भी पेश हुए हैं, लेकिन कभी किसी सरकार ने उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की। उन्होंने कहा कि अलगाववादी कश्मीर में आतंकवाद के संरक्षण का चेहरा बने हुए हैं। इस मामले में एनआइए सैयद अली शाह गिलानी, फारूक अहमद डार, बिट्टा कराटे और गाजी जावेद बाबा से पूछताछ कर रही है।
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