सरकार को ठेंगा दिखा हुर्रियत नेता गिलानी से मिले पाक उच्चायुक्त
कश्मीर में अलगाववादी नेता मसर्रत आलम की रिहाई के बीच मुफ्ती और मोदी सरकार के बीच टकराव बढ़ने पर पाकिस्तान ने फिर से अलगाववादी नेताओं ने नजदीकी बढ़ानी शुरू कर दी है।
नई दिल्ली । कश्मीर में अलगाववादी नेता मसर्रत आलम की रिहाई के बीच मुफ्ती और मोदी सरकार के बीच टकराव बढ़ने पर पाकिस्तान ने फिर से अलगाववादी नेताओं ने नजदीकी बढ़ानी शुरू कर दी है। भारतीय विदेश सचिव की इस्लामाबाद यात्रा के बाद भारत में पाक उच्चायुक्त अब्दुल बसित ने हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी से मुलाकात कर कश्मीर पर अपने पुराने रुख पर कायम रहने का संकेत दिया है।
पिछले साल अगस्त में हुर्रियत नेताओं के साथ पाक उच्चायुक्त की मुलाकात के विरोध में ही भारत में विदेश सचिव स्तर की वार्ता स्थगित कर दी थी। लेकिन इस बार फर्क यह है कि पिछले हफ्ते हुई विदेश सचिव स्तर की बातचीत के बाद यह मुलाकात हुई है। दोनों देशों के विदेश सचिव के बीच हुई बातचीत की जानकारी देने के लिए पाक उच्चायुक्त अब्दुल बसित ने हुर्रियत नेता गिलानी से मुलाकात की। वैसे विदेश सचिव स्तर की वार्ता खत्म होने बाद हुई मुलाकात को भारत ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहा है। इस बार विदेश सचिव की बातचीत होने के बाद हुर्रियत नेता के साथ पाक उच्चायुक्त की मुलाकात हुई है।
बातचीत में छाया रहा कश्मीर
गिलानी के प्रवक्ता एयाज अकबर ने बातचीत के संबंध में कहा कि बैठक में पाकिस्तानी उच्चायुक्त और हुर्रियत प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर बात की। बैठक के दौरान पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने 23 मार्च को यौम-ए-पाकिस्तान के उपलक्ष्य में नई दिल्ली में आयोजित होने जा रहे एक समारोह में भाग लेने के लिए भी गिलानी को दावत दी। वहीं सूत्रों ने बताया कि बैठक में जम्मू-कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के सत्तासीन होने और इससे राज्य के राजनीतिक हालात पर हुए असर पर चर्चा हुई।
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