अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक NIA के ऑफिस पहुंचे, टेरर फंडिंग मामले में होगी पूछताछ
अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूख आतंकी फंडिंग मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सामने पेश हो गए हैं।
नई दिल्ली, एएनआइ। हुर्रियत के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूख आतंकी फंडिंग मामले में दिल्ली में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सामने पेश हो गए हैं। वह तड़के जम्मू-कश्मीर से दिल्ली के लिए रवाना हुए थे। इससे पहले एनआइए ने शुक्रवार को एक बार फिर टेरर फंडिंग मामले में मीरवाइज से पूछताछ के लिए तीसरी बार नोटिस भेजा है। अगर मीरवाइज आज भी एनआइए के सामने पेश नहीं होते, तो उनके खिलाफ कड़े कदम उठाए जाने के आदेश जारी हो सकते थे।
सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार को एनआइए ने मीरवाइज को तीसरा नोटिस भेजा। यह नोटिस हुर्रियत नेता ने प्राप्त भी किया है। उन्हें इसी माह 8 अप्रैल को नई दिल्ली में अपने मुख्यालय में एनआइए ने पूछताछ के लिए बुलाया है। मीरवाइज के सचिव सईद उर रहमान ने एनआइए के नोटिस पर कहा कि मीरवाइज पहले ही अपना पक्ष स्पष्ट कर चुके हैं।
उन्होंने पहले ही कहा है कि वह जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं, क्योंकि उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। सुरक्षा कारणों से वह दिल्ली नहीं जा सकते। एनआइए चाहे तो उनसे श्रीनगर में पूछताछ कर सकती है, वह यहां हमेशा उपलब्ध हैं।
गौरतलब है कि एनआइए ने साल 2017 में टेरर फंडिंग के मामले में केस दर्ज किया था। इस मामले में मीरवाइज और अशरफ सहरेई को छोड़ दिया जाए तो अन्य सभी अलगाववादियों को कभी न कभी जेल में जाना पड़ा है। एनआइए मीरवाइज के दो रिश्तेदारों मौलवी मंजूर और मौलवी शफकत से भी पूछताछ कर चुकी है। दोनों ही राज्य सरकार के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। जांच एजेंसी आतंकियों की वित्त सहायता करने वाली पूरी चेन की तलाश कर रही है।