कठुआ मामले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर आमरण अनशन
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बेगुनाहों को बलि का बकरा बनाया है, जिसके चलते पीडि़तों के साथ ही उनका परिवार बर्बादी की कगार पर आ गया है।
जासं, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा कठुआ मामले की सीबीआइ जांच की मांग ठुकराने के बीच इसको लेकर सामाजिक व आध्यात्मिक कार्यकर्ता रेणुका शर्मा ने राजघाट के सामने आमरण अनशन शुरू कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बेगुनाहों को बलि का बकरा बनाया है, जिसके चलते पीडि़तों के साथ ही उनका परिवार बर्बादी की कगार पर आ गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कठुआ जाकर पुलिस के दावों की हकीकत जांची थी, जिसमें कई खामियां मिलीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले को धार्मिक मोड़ देकर देश की एकता व अखंडता पर भी प्रहार किया जा रहा है। अनशन स्थल पर कठुआ मामले में आरोपित बनाए गए छात्र की बहन भी शामिल रहीं।
आरोपित की बहन ने कहा कि उनके भाई को जिस दिन दुष्कर्म के लिए कठुआ पहुंचना बताया जा रहा है। उस दिन वह बिजनौर में एटीएम के सीसीटीवी में नजर आया है। उस दिन वह अपने कॉलेज भी गया और रात में अपने किराये के कमरे में सोया। इसके पुख्ता प्रमाण है, लेकिन पुलिस साजिशन उसे फंसा रही है।