हेल्थकेयर कर्मचारियों को कोविड -19 से बचाने में मदद करेंगे Humanoid Robots
भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के Humanoid Robots इस्तेमाल में आएंगे। यह रोबोट डॉक्टरों हेल्थकेयर कर्मचारियों की निगरानी करने के साथ-साथ वार्डों कीटाणुरहित करने में मदद करेंगे।
गुरुग्राम, एएनआइ। इस वक्त कोरोना वायरस मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स, कर्मचारी भी इसके संक्रमण से नहीं बच पा रहे हैं। ऐसे में जब डॉक्टर और अन्य हेल्थकर्मचारी इस वायरस के जकड़ में अगर आते हैं तो इसके लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के Humanoid Robots इस्तेमाल में आएंगे। यह रोबोट डॉक्टरों, हेल्थकेयर कर्मचारियों की निगरानी करने के साथ-साथ वार्डों कीटाणुरहित करने में मदद करेंगे।
मिलाग्रो ह्यूमन टेक ने समर्पित COVID-19 वार्डों में ह्यूमनॉइड रोबोट मिलग्रो 'ELF' स्थापित किया है। इस रोबोट को आतिथ्य उद्योग के लिए डिज़ाइन किया गया था, उसे स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुरूप संशोधित किया गया है।
मिलग्रो के संस्थापक और अध्यक्ष राजीव करवाल न्यूज एजेंसी को बताया कि यह रोबोट विशेष रूप से आतिथ्य उद्योग के लिए है, लेकिन जब COVID-19 ने हमारे देश में दस्तक दे दी है, तो इसका इस्तेमाल इस समय किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जब यह वायरस इटली में फैल रहा था तो कई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में लगभग 28 प्रतिशत से 30 प्रतिशत लोग मरीजों के साथ निकटता के कारण संक्रमित थे, तो तुरंत हमारे दिमाग ने काम करना शुरू कर दिया, कि इस रोबोट का इस्तेमाल वास्तविक संक्रामक वार्डों में कैसे किया जा सकता है, जहां डॉक्टर और मरीज के बीच दूरियां बहुत महत्वपूर्ण हैं।
बता दें कि इससे पहले भी कई राज्यों में रोबोट के इस्तेमाल को कोरोन वायरस जंग में लाया गया है। इस वक्त देश कोरोना वायरस के जंग लड़ रहा है। ऐसी नाजुक स्थिति में सभी लोग एकजुट हैं। देश में अभी तक इश वायरस से 600 से लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 20 हजार से ज्यादा लोग संक्रमति हो गए हैं। ऐसे में इस बढ़ते संक्रमण को देखते हुए देश में 3 मई तक लॉकडाउन भी लगाया गया है। इससे पहले 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया था।