पवन हंस हेलीकॉप्टर हादसा: समुद्र में पाए गए मानव अवशेष, होगा डीएनए टेस्ट
तटरक्षक बल ने कहा कि सोमवार को दुर्घटनाग्रस्त पवन हंस हेलीकाप्टर के दल के सदस्यों के लिए खोज अभियान के दौरान कुछ मानव अवशेष बरामद किए गए हैं।
मुंबई,पीटीआइ। तटरक्षक बल ने सोमवार को कहा कि दुर्घटनाग्रस्त पवन हंस हेलीकाप्टर के दल के सदस्यों के लिए खोज अभियान के दौरान कुछ मानव अवशेष बरामद किए गए हैं। एक तटरक्षक अधिकारी ने कहा, 'बरामद अवशेषों की पहचान नहीं हो पा रही थी। उन्हें डीएनए विश्लेषण के लिए भेजा दिया गया है।' अधिकारी ने आगे कहा कि हमारी सूचना के मुताबिक, लापता दल के सदस्यों का पता लगाने के लिए ओएनजीसी ने अधिक गोताखोर तैनात किए हैं। रविवार को कुछ बॉडी पार्ट्स पाए गए थे जिनको आज सुबह पता लगाया गया। अवशेषों को आर एन कूपर म्यूनिसिपल जनरल अस्पताल ले जाया गया है।
अधिकारी ने कहा, 'लापता दल के सदस्यों के रिश्तेदारों के डीएनए नमूने, शरीर के अंगों की पहचान करने के लिए उठाए गए हैं, बाकि जानकारी बाद में दी जाएगी।' कोस्ट गार्ड ने पवन हंस हेलीकाप्टर के एयरक्राफ्ट वॉयस डेटा रिकॉर्डर (वीडीआर) का पता लगाया था, जबकि शेष मलबे की खोज की जा रही थी।
पांच शवों की पहचान
नौसेना और कोस्ट गार्ड ने शनिवार को बताया था कि पांच लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं। अग्रिम नामक आईसीजे के जहाज ने अरब सागर से पंकज गर्ग नामक एक यात्री का शव सहित शव बरामद किया था। हेलीकॉप्टर पर सवार ओएनजीसी के अधिकारियों की पहचान सर्वननन, वी.के. बाबू, जोश एंटनी, गर्ग और पी. श्रीनिवासन के रूप में हुई है, और ये सभी उपमहाप्रबंधक थे। पवन हंस के दो पायलटों की पहचान अभी जाहिर नहीं हो पाई है।
शनिवार सुबह हेलीकॉप्टर ने भरी थी उड़ान
पवन हंस हेलीकॉप्टर में तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के पांच अधिकारी थे, जिनमें तीन स्तर के उप महाप्रबंधक शामिल हैं। ओएनजीसी के नार्थ फील्ड की ओर जा रहे पवन हंस हेलीकॉप्टर का शनिवार को एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया था। VT-PWA रजिस्ट्रेशन नंबर वाला डॉफिन एन3 ने सुबह 10.25 बजे जुहू एयरोड्रम से उड़ान भरी थी जिसे सुबह 11 बजे मुंबई हाई ऑयल रिग पर चॉपर को लैंड होना था। नेवी ने सक्रियता दिखाते हुए लापता हेलीकॉप्टर की खोज के लिए दो हेलीकॉप्टरों को तुरंत तैनात कर दिया था। उस समय हेलीकॉप्टर मुंबई तट से समुद्र में लगभग 55 किलोमीटर दूर उड़ रहा था, जो अधिकारियों को ओएनजीसी के बम्बई हाई ऑयलफील्ड्स पहुंचाने के लिए एक नियमित उड़ान पर था। बंबई हाई यहां से उत्तरपश्चिम में 175 किलोमीटर की दूरी पर है।
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